अयोध्या में नवरात्र पर मांस की बिक्री पर बैन, योगी सरकार ने लगाई पाबंदी; अफसरों को निर्देश जारी
नवरात्र पर अयोध्या जिले में तीन अक्टूबर से मांस मुर्गा मछली आदि की दुकानें बंद रहेंगी। प्रतिबंध 11 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगा। शारदीय नवरात्र को लेकर आश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि यानी तीन अक्टूबर से राम मंदिर में दर्शन की समय सारिणी में बदलाव किया गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल कुमार मिश्र ने विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी है।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। नवरात्र पर अयोध्या जिले में तीन अक्टूबर से मांस, मुर्गा, मछली आदि की दुकानें बंद रहेंगी। प्रतिबंध 11 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगा। यह जानकारी सहायक आयुक्त खाद्य-दो मानिकचंद्र सिंह ने दी। उनके अनुसार यदि रोक के बावजूद मांस का बिक्री व भंडारण किया जा रहा है तो विभाग के टेलीफोन नंबर 05278-366607 पर सूचना दें, जिससे खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम-2006 के अंतर्गत विधिक कार्रवाई की जा सके।
बदला मंदिर में दर्शन का समय
शारदीय नवरात्र को लेकर आश्विन शुक्ल, प्रतिपदा तिथि यानी तीन अक्टूबर से राम मंदिर में दर्शन की समय सारिणी में बदलाव किया गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल कुमार मिश्र ने विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी है।
इसी के साथ मंदिर की दिनचर्या में भी बदलाव कर दिया गया है। ट्रस्ट ने भक्तों के दर्शन की अवधि आधे घंटे कम कर दी है। अब सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक ही दर्शन हो सकेगा। पहले सुबह साढ़े छह बजे से ही दर्शन प्रारंभ हो जाता था। इसके साथ रामलला की मंगला व श्रृंगार आरती का समय भी परिवर्तित किया गया है। सुबह चार बजे से होने वाली मंगला आरती अब सुबह साढ़े चार बजे से और श्रृंगार आरती सुबह छह बजे के बजाय 6:30 बजे प्रारंभ होगी।
ये है नया समय
राम मंदिर के व्यवस्थापक व ट्रस्ट के आमंत्रित सदस्य गोपाल राव ने राम मंदिर की प्रस्तावित दिनचर्या की जानकारी देते हुए बताया कि प्रात: 4:30 से 4:40 बजे तक मंगला आरती, 4:40 से 6:30 बजे पट बंद, अभिषेक व श्रृंगार आदि, 6:30 बजे श्रृंगार आरती, 7:00 बजे से डी-1 (चेक प्वाइंट) से प्रवेश आरंभ, 7:00 बजे से 9:00 बजे तक दर्शन, 9:00 से 9:05 बजे तक पट बंद, बालभोग, सुबह 9:05 से 11:45 बजे तक दर्शन, 11:45 से 12:00 बजे तक पट बंद, राजभोग लगेगा।
इसके बाद अपराह्न 12:00 बजे भोग आरती, 12:15 बजे डी-1 से प्रवेश बंद, 12:30 बजे तक दर्शन, 12:30 से 1:30 बजे तक पट बंद, शयन, 1:30 बजे से डी-1 से प्रवेश प्रारंभ, 1:30 बजे देव उत्थान, भोग, आरती, 1:35 से सायं 4:00 बजे तक दर्शन, 4:00 से 4:05 बजे तक पट बंद, नैवेद्य अर्पित होगा।
फिर 4:05 से 6:45 बजे तक दर्शन, 6:45 से 7:00 बजे तक पट बंद, भोग, रात्रि 7:00 बजे संध्या आरती, 7:00 बजे से 8:30 बजे तक दर्शन, 9:00 बजे डी-वन से प्रवेश बंद होगा। फिर 9:15 से 9:30 बजे तक पट बंद, भोग, 9:30 से 9:45 बजे तक शयन आरती, रात्रि 9:45 बजे से सुबह 4:30 बजे तक मंदिर के पट बंद रहेंगे और भगवान का शयन होगा।
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