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    SIR in UP: एसआईआर प्रक्रिया में हैं एक नहीं, इस तरह की कई हैं खामियां 

    Updated: Thu, 27 Nov 2025 02:02 PM (IST)

    रुदौली, अयोध्या में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण में कई खामियां पाई गई हैं। बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर जानकारी नहीं जुटाई जा रही है, और उन्हें फार्म भरने में भी दिक्कतें आ रही हैं। कई मोहल्लों की वोटर लिस्ट भी उपलब्ध नहीं है, जिससे वोटरों को परेशानी हो रही है। जनप्रतिनिधियों ने समय सीमा बढ़ाने की मांग की है।

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    जागरण संवाददाता, रुदौली (अयोध्या)। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदाता सूची के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआइआर) की प्रक्रिया शुरू हुए 22 दिन बीत चुके हैं लेकिन अब तक बीएलओ घर-घर नहीं पहुंचे। एसआइआर की अंतिम तिथि चार दिसंबर निर्धारित है, बावजूद इसके अधिकारी इसे लेकर गंभीर नहीं है।

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    निर्वाचन आयोग के अनुसार बीएलओ को प्रत्येक वोटर के घर तीन बार जाना है। प्रपत्र देने के बाद बीएलओ को फार्म भरा कर आनलाइन भी करना है लेकिन मंगलवार को स्थिति इसके विपरीत नजर आई। बीएलओ को सही फार्म भरने की जानकारी भी नहीं है। वार्डों के सभासद व बुद्धिजीवियों के सहयोग से वोटरों का फार्म भरने में सहयोग किया जा रहा है।

    मोहल्ला पूरेखान, पूरे बसावन, वजीरगंज, मख्दूमजादा, कटरा, घोसियाना-323, 324, सोफियाना उत्तरी-316, शेखाना दक्षिणी, रसूलाबाद आदि मोहल्लों की अब तक 2003 की वोटर लिस्ट बीएलओ को उपलब्ध नहीं कराई गई है और न ही चुनाव आयोग की वेबसाइट पर ही उपलब्ध है।

    ऐसी स्थिति में प्रक्रिया का समय से पूर्ण किये जाने संबंधी आदेश स्वयं चुनाव आयोग पर प्रश्न खड़ा कर रहा है। यही नहीं 2003 की निर्वाचक नियमावली-2025 की निर्वाचक नियमावली से संलग्न करके चुनाव आयोग ने साइड पर अपलोड नहीं किया है। यही कारण है कि बीएलओ जब फार्म अपलोड करते हैं तो विकल्प एक व दो खुलते ही नहीं हैं।

    विवश होकर वोटर्स को नये वोटर की भांति विकल्प तीन में स्वयं को पंजीकृत कराना पड़ रहा है। वोटरों के हित को देखते हुए जनप्रतिनिधियों, समाज सेवियों व बुद्धिजीवियों ने एसआइआर प्रक्रिया की समय सीमा बढ़ाने एवं चुनाव आयोग की बेवसाइट में आ रही तकनीकी समस्याओं में सुधार करने की मांग की है।

    इस संबंध में एसडीएम संतोष कुमार ने बताया कि मैपिंग का कार्य बीएलओ के माध्यम से आफ लाइन कराया जायेगा, जिनका नाम 2003 की निर्वाचक नियमावली और 2025 में भी है, उन्हें नोटिस नहीं भेजा जाएगा। ड्राफ्ट सूची में उनका नाम आ जायेगा।