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    'सौगंध राम की..., लीला वहीं रचाएंगे', शपथ ली थी मंदिर निर्माण पूर्ण होने पर अयोध्या में करेंगे रामलीला का मंचन

    Updated: Tue, 09 Jan 2024 09:04 PM (IST)

    उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में अगस्त्य मुनि आश्रम में 2015 में यह रामलीला शुरू हुई। अब तक 13 मंचन हो चुके हैं। पिछला मंचन बीते वर्ष दो जनवरी को दिल्ली में हुआ था। यह 13 वीं प्रस्तुति थी। संकल्प था कि 14वां मंचन अयोध्या में करेंगे वह भी तब जब श्रीराम लला के भव्य मंदिर का निर्माण हो जाएगा और उनके श्रीविग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी।

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    मां नंदा महिला रामलीला मांगल योग समिति के तत्वावधान में अयोध्या के तुलसी स्मारक भवन में मंचन का एक दृश्य-जागरण

    पवन तिवारी, अयोध्या। देवभूमि की देवियों ने राम की सौगंध ली थी। संकल्प पूर्ण हुआ। शपथ के अनुरूप अब रामनगरी में वे रामलीला कर रहीं हैं। 2 जनवरी से अनवरत चल रही। सारे पात्रों की भूमिका नारी शक्ति ही निभा रही। राम हों या दशरथ। रावण हो या कुंभकर्ण। सीता माता हों या रामसेवक हनुमानजी। सबका स्वरूप मंच पर उतार लाने की सिद्धहस्त हैं वे।

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    कितना रोचक है। कुमाऊंनी, गढ़वाली पारंपरिक परिधान में मंगलवार को कारसेवकपुरम स्थित अपने अस्थायी नगर से रामलीला मंचन स्थल तुलसी स्मारक सदन पहुंचने को उद्यत थीं। कहती हैं कि आज योगी जी से भेंट होनी है। प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी के क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में थे। अंगद-रावण संवाद का मंचन उनके सामने होना है। पूरी मंडली उत्साह में है।

    उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में अगस्त्य मुनि आश्रम में 2015 में यह रामलीला शुरू हुई। अब तक 13 मंचन हो चुके हैं। पिछला मंचन बीते वर्ष दो जनवरी को दिल्ली में हुआ था। यह 13 वीं प्रस्तुति थी। संकल्प था कि 14वां मंचन अयोध्या में करेंगे, वह भी तब जब श्रीराम लला के भव्य मंदिर का निर्माण हो जाएगा और उनके श्रीविग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस शपथ के कारण एक वर्ष से मंचन ठप था।

    रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि घोषित तो हुई तो समिति ने श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से संपर्क साधा। दो जनवरी से शुरू हुई यह रामलीला 12 जनवरी तक प्रतिदिन तुलसी स्मारक भवन में शाम पांच बजे से आठ बजे तक अनवरत चलेगी।

    समिति की प्रमुख लक्ष्मी पंवार शाह बताती हैं कि हमने योगाभ्यास से नारी सशक्तीकरण का बीड़ा उठाया था। आज भी सुबह प्रतिदिन सबसे पहले हमारी समिति योगाभ्यास ही करती है। रामलीला मंचन की हमारी तैयारी ऐसी रहती है कि हर पात्र की दो-दो वैकल्पिक महिला कलाकार होती हैं, ताकि बीमारी या किसी आपात स्थिति में मंचन न बाधित हो।

    कौन किस भूमिका में

    राम राजेश्वरी पंवार
    सीता आरती गुसाईं
    लक्ष्मण वीरा फरश्वान
    भरत लीला संगेला
    शत्रुघ्न सुशीला बिष्ट
    दशरथ लक्ष्मी रावत
    कौशल्या सीमा गुसाईं
    हनुमान पुष्पा कनवारी
    रावण मुन्नी बिष्ट
    कुंभकर्ण परमेश्वरी बिष्ट