TET की अनिवार्यता के के विरोध में 24 नवंबर को दिल्ली जाएंगे जिले के हजारों शिक्षक, इस दिन से शुरू होगी तैयारी
जिले के हजारों शिक्षक TET की अनिवार्यता के विरोध में 24 नवंबर को दिल्ली में प्रदर्शन करेंगे। शिक्षकों का कहना है कि यह अनिवार्यता उन शिक्षकों के लिए अन्यायपूर्ण है जो पहले से ही वर्षों से पढ़ा रहे हैं। प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है, और अन्य शिक्षकों को भी शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। शिक्षकों का मानना है कि सरकार को इस अनिवार्यता पर पुनर्विचार करना चाहिए।

शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. संजय सिंह।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) अनिवार्य किये जाने के बाद शिक्षकों का विरोध तेज होता जा रहा है। अखिल भारतीय शिक्षक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर 24 नवंबर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विशाल प्रदर्शन होगा। इसे सफल बनाने के लिए 25 अक्टूबर से यहां जनसंपर्क, बैठक व शिक्षक संवाद का क्रम प्रारंभ होगा। यह जानकारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. संजय सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि टीईटी को अनिवार्य किये जाने का आदेश शिक्षकों के हित में नहीं है। यह निर्णय उन शिक्षकों के साथ अन्याय है, जिन्होंने अपनी नियुक्ति के समय ही सरकार की नियत पात्रता को पास किया है और नौकरी हासिल की। डॉ. सिंह ने बताया कि स्थानीय स्तर पर तैयारी प्रारंभ है।
शनिवार 25 अक्टूबर से सभी ब्लाकों में शिक्षक संवाद, जनसंपर्क कार्यक्रम प्रारंभ होगा, जो 31 अक्टूबर तक चलेगा। इसमें दिल्ली के धरने में पहुंचने की रूप रेखा तैयार की जायेगी। अधिक से अधिक शिक्षकों को 24 नवंबर को दिल्ली पहुंचने का आह्वान किया जा रहा है।
संयुक्त मोर्चा की प्रमुख मांगें
- केंद्र सरकार टीईटी को अनिवार्यता के आदेश में संशोधन करें।
- शिक्षकों की सेवा सुरक्षा सुनिश्चित करने के ठोस कदम उठाए जाए।
- संसद में अध्यादेश लाकर देश के शिक्षकों के हितों की रक्षा की जाए।

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