रामजन्मभूमि की सीमा पर बनेगा सुपर स्पेशियलिटी जैसा अस्पताल, मरीजों को मिलेंगी ये सुविधाएं
अयोध्या में राम जन्मभूमि के निकट एक उच्च स्तरीय अस्पताल का निर्माण होगा। यहां हृदय रोग, कैंसर और किडनी की बीमारियों के लिए विशेष विभाग होंगे। अनुभवी ड ...और पढ़ें

सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल निर्माण को लेकर हुई बैठक।
संवाद सूत्र, अयोध्या। रामलला के दर्शनार्थियों को रामजन्मभूमि की सीमा पर ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शासन ने बड़ा कदम उठाया है। श्रद्धालुओं की सेहत पर विशेष ध्यान देने के लिए अब रामजन्मभूमि की सीमा पर स्थित श्रीराम अस्पताल को अपग्रेड कर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की तरह निर्माण कराया जाएगा।
इसके लिए शासन के निर्देश पर गुरुवार की सुबह लगभग साढ़े दस बजे महानिदेशक (डीजी) स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण रतनपाल सिंह सुमन, निदेशक राष्ट्रीय कार्यक्रम शोभा मिश्रा, निदेशक डॉ. संजू तथा बलरामपुर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. हिमांशु के साथ श्रीराम अस्पताल पहुंचे।
उन्होंने अपर निदेशक चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. बृजेश सिंह चौहान, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील कुमार बानियान, सीएमएस डॉ. वीके वर्मा, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संदीप शुक्ल, डॉ. वेद प्रकाश त्रिपाठी तथा इंजीनियरों के साथ अस्पताल और इससे सटे जलकल परिसर व ऋषभदेव आई हॉस्पिटल में भूमि की उपलब्धता को लेकर स्थलीय निरीक्षण किया।
भव्य मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश-विदेश से प्रतिदिन बड़ी संख्या में रामभक्त दर्शन करने पहुंच रहे हैं। इन्हें अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए श्रीराम अस्पताल ले जाया जाता है, लेकिन व्यवस्थाओं में कमी के चलते समय पर उचित उपचार मिलने में समस्या उत्पन्न हो रही है।
ऐसे में चिकित्सक रोगियों को राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज या जिला अस्पताल में रेफर करने को मजबूर होते हैं। सबसे अधिक समस्या का सामना हृदय रोगियों को करना पड़ता है।
इन समस्याओं को देखते हुए शासन ने रामजन्मभूमि परिसर की सीमा पर संचालित श्रीराम अस्पताल में अपग्रेड करके ट्रामा सेंटर का निर्माण कराने की योजना बनाई है, जिसमें सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की तरह सुविधाएं दी जाएंगी।
इसके शीघ्र निर्माण को लेकर गुरुवार को निरीक्षण करने आई टीम ने श्रीराम अस्पताल के साथ इसके बगल में स्थित नगर निगम के जलकल विभाग को भी देखा, जिससे आवश्यकता पड़ने पर भूमि की कमी दूर की जा सके।
अस्पताल में होंगी ये सुविधाएं
ट्रामा सेंटर, कॉर्डियो के रोगियों के चिकित्सक व अन्य व्यवस्थाओं के साथ 60 वर्श से अधिक उम्र वाले रोगियों के लिए जेरियाटिक यूनिट बच्चों के लिए पीडियाट्रिक यूनिट, आधुनिक बर्न वार्ड और एमआरआइ, सीटी स्कैन, एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड की सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।

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