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    Shri Ram Mandir: प्राण-प्रतिष्ठा से पहले मां सीता के मायके पहुंचेगा संदेश, जनकपुर में संत ले जाएंगे फल-मिठाई

    By Jagran NewsEdited By: Shivam Yadav
    Updated: Mon, 18 Sep 2023 07:15 PM (IST)

    Shree Ram Mandir Update - अयोध्या में श्रीराम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मां जानकी के मायके से भार (संदेश) जाएगा। इसे नेपाल के जनकपुरधाम व बिहार के मिथिलाधाम से संत-महंतों की टोली लेकर जाएगी। इसके लिए संयुक्त कमेटी का गठन किया जाएगा। 10 दिन बाद जनकपुरधाम स्थित जानकी मंदिर में इसकी बैठक होगी।

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    नेपाल के जनकपुर धाम से संत-महंतों की ओर से शोभायात्रा निकाली जाएगी।

    सीतामढ़ी [अवध बिहारी उपाध्याय]: अयोध्या में श्रीराम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मां जानकी के मायके से भार (संदेश) जाएगा। इसे नेपाल के जनकपुरधाम व बिहार के मिथिलाधाम से संत-महंतों की टोली लेकर जाएगी। इसके लिए संयुक्त कमेटी का गठन किया जाएगा। 10 दिन बाद जनकपुरधाम स्थित जानकी मंदिर में इसकी बैठक होगी। 

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    मिथिला परंपरा के अनुसार, माता सीता के मायका से ससुराल पक्ष को भेजे जानेवाले संदेश में सभी प्रकार के मौसमी फल, मिष्ठान, श्रृंगार सामग्री, भगवान श्रीराम व माता सीता समेत उनके पूरे परिवार के लिए वस्त्र आदि शामिल किए जाएंगे। 

    विभिन्न मठ-मंदिरों के संत-महंत रहेंगे शामिल

    अखिल भारतीय संत समिति के बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष महंत भूषण दास ने बताया कि 26 नवंबर को नेपाल के जनकपुर धाम से संत-महंतों की ओर से शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें नेपाल के जनकपुर व बिहार में सीतामढ़ी जिले के पुनौराधाम जानकी मंदिर के महंत राम रोशन दास एवं कौशल किशोर दास के अलावा दरभंगा के पोखराम, वैशाली के पातेपुर सहित मिथिला धाम क्षेत्र के विभिन्न मठ-मंदिरों के संत-महंत शामिल रहेंगे।

     

    ऐसे होगा कार्यक्रमों का आयोजन

    • 26 नवंबर, 2023 को जनकपुर में संतों का आगमन होगा। 
    • 27 नवंबर की सुबह 10 बजे से जनकपुर धाम के दर्शन एवं भ्रमण के बाद सीतामढ़ी धाम के लिए रथ प्रस्थान करेगा। मार्ग में जलेश्वर स्थान दर्शन के बाद यात्रा सीतामढ़ी के पंथपाकड़ स्थान पर पहुंचेगी। वहां से गिरमिशानी हलेश्वर स्थान जाएगी। वहां पूजा-आरती के बाद शहर स्थित जानकी मंदिर का दर्शन करके संध्या में पुनौरा धाम आएगी। यहां रात्रि विश्राम होगा। 
    • 28 नवंबर को पुनौरा धाम से सवेरे रथ मधुबनी ग्राम के फूलहटा एवं विशौल स्थान के लिए प्रस्थान करेगी। इसके बाद दरभंगा के अहिल्या स्थान गौतम कुंड का दर्शन कर कमलीगाछी प्रखंड अंतर्गत मकरंदा मठ पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम होगा। 
    • 29 नवंबर को सुबह मकरंदा से बेगूसराय के सिमरिया घाट के लिए रथ प्रस्थान करेगा। वहां दर्शन के बाद वैशाली पातेपुर मठ पर कार्यक्रम एवं रात्रि विश्राम होगा। 
    • 30 नवंबर की सुबह पातेपुर मठ से हाजीपुर रामचौरा व वैशाली गढ़ स्थित हरि करोरा मंदिर होते हुए मुजफ्फरपुर में रात्रि विश्राम होगा। 

    दो दिसंबर को अयोध्या पहुंचेगी रथयात्रा 

    एक दिसंबर को मुजफ्फरपुर से शिवहर, शिवहर से पूर्वी चंपारण के मधुबन के निकट बेदी वन में रथ पहुंचेगा। पश्चिमी चंपारण के भरकुइयां श्री राम जानकी मठ से गोपालगंज होते हुए गोरखधाम, गोरखपुर पहुंचेगा। 

    दो दिसंबर, 2023 की सुबह आठ बजे गोरखपुर से रथ यात्रा निकलेगी जो अगले दिन सुबह 10 बजे तक अयोध्या धाम पहुंचेगी। वहां श्रृंगार सामग्री व भार-उपहार समर्पित किया जाएगा।

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