Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में प्रतिष्ठा द्वादशी पर 31 दिसंबर से होंगे पांच दिवसीय आयोजन, आएंगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

    By Rama Sharan Awasthi Edited By: Dharmendra Pandey
    Updated: Sat, 06 Dec 2025 01:52 PM (IST)

    Second Anniversary of Pran Pratishtha of RamLalla: श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने तिथि के अनुसार राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगा ...और पढ़ें

    Hero Image

    रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह-रामलला


    रमाशरण अवस्थी, जागरण, अयोध्या : जन्मभूमि पर निर्मित दिव्य-भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की द्वितीय वर्षगांठ पर इस बार श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पांच दिवसीय आयोजन कराने की तैयारी में है। पौष शुक्ल द्वादशी तिथि को 31 दिसंबर को मनाई जाने वाली प्रतिष्ठा द्वादशी पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू बतौर अतिथि सम्मिलित होंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ट्रस्ट की ओर से इस अवसर पर प्रख्यात कथावाचकों की रामकथा आयोजित कराई जाएगी, वेद-पुराणों का परायण होगा और श्रद्धालुओं में भोजन प्रसाद का वितरण कराया जाएगा। तिथि के अनुसार इस वर्ष 31 दिसंबर को राम मंदिर की द्वितीय वर्षगांठ मनाई जाएगी। शीघ्र ही ट्रस्ट बैठक कर आयोजन की रूपरेखा को अंतिम स्वरूप करेगा।

    सुप्रीम कोर्ट से नौ नवंबर 2019 को मंदिर निर्माण के पक्ष में निर्णय आने के पश्चात जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूमि पूजन किया था। लगभग साढ़े तीन वर्ष पश्चात जब राम मंदिर का भूतल बन कर तैयार हो गया तो 22 जनवरी 2024 को पौष शुक्ल द्वादशी तिथि पर स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ही अयोध्या पहुंच कर रामलला के भव्य विग्रह को नवनिर्मित मंदिर में प्रतिष्ठित किया था।

    तिथि के अनुसार श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ इस वर्ष के पूर्वार्द्ध में 11 जनवरी को मनाई थी। इस अवसर पर तीन दिवसीय आयोजन हुए थे। प्रथम दिन 11 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अतिथि के रूप में पहुंचे थे और रामलला का महाभिषेक व आरती की थी। ट्रस्ट ने तीनों दिन अंगद टीले पर प्रख्यात संतों की रामकथा संपन्न कराई थी और मंदिर प्रांगण में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए थे। साथ ही विभिन्न धार्मिक ग्रंथों का परायण हुआ था और रामभक्तों को भोजन प्रसाद वितरित किया गया था।

    प्राण प्रतिष्ठा की द्वितीय वर्षगांठ फिर इसी वर्ष 31 दिसंबर को ही पड़ रही है। इस कारण 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों राम मंदिर के स्वर्ण शिखर पर धर्म ध्वजा के आरोहण के पश्चात से ही ट्रस्ट प्रतिष्ठा द्वादशी के आयोजन की रूपरेखा पर विमर्श कर रहा है। पहले इस अवसर पर पूर्व की भांति तीन दिवसीय आयोजन की योजना बनी थी, परंतु अब ट्रस्ट ने इसमें परिवर्तन किया है। अब पांच दिवसीय ऐसे आयोजन किए जाएंगे, जो रामभक्तों के मस्तिष्क पटल पर सदा-सदा के लिए न केवल अविस्मरणीय रहे, अपितु इसके माध्यम से समाज में अलग संदेश भी दिया जा सके।

    इसी कारण रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू को भी आमंत्रित करने की योजना बनी है, जिससे दक्षिण का उत्तर से चिरसंबंध भी प्रगाढ़ हो सके। इस अवसर पर अयोध्या से ही संबंध रखने वाले प्रख्यात कथा व्यास हरिधाम पीठाधीश्वर स्वामी रामदिनेशाचार्य की कथा अंगद टीला पर आयोजित की जाएगी।