अयोध्या में 1,448 मृतक किसानों सम्मान निधि धनराशि की रिकवरी, अपात्र लाभार्थियों की भी तैयार हो रही लिस्ट
अयोध्या में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत 1,448 मृतक किसानों से गलत तरीके से प्राप्त धनराशि की वसूली की जा रही है। कृषि विभाग अपात्र लाभार्थियों की सूची भी तैयार कर रहा है, जिन्होंने गलत जानकारी देकर योजना का लाभ उठाया। जिला कृषि अधिकारी ने वसूली प्रक्रिया में तेजी लाने और अपात्र किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

1448 मृतक किसानों से सम्मान निधि की रिकवरी।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में अपात्र मिले किसानों की संख्या वैसे तो 33 हजार है। केंद्र सरकार के दोबारा सत्यापन कराने से इनसे धनराशि की रिकवरी नहीं हो सकी। उप निदेशक कृषि डॉ. पीके कनौजिया के अनुसार दोबारा सत्यापन चल रहा है। 16 नवंबर के बाद अपात्र किसानों की सही तस्वीर सामने आएगी। उसी के बाद शासकीय धनराशि की रिकवरी शुरू हो सकेगी। इसके पीछे केंद्र सरकार की मंशा सिर्फ अपात्रों से ही वसूली करना है।
उन्होंने बताया कि अभी तक 1448 किसानों से सम्मान निधि की धनराशि वापस हो गई है। ये अपात्र किसानों की श्रेणी में नहीं आते। ये वे किसान हैं, जिनका निधन हो गया है। परिवार के अन्य सदस्यों को किसान सम्मान निधि का लाभ लेने के लिए मृत्यु के उपरांत, जिनको सम्मान निधि किस्त की मिली है।
अगर ये लोग धनराशि वापस नहीं करते तो परिवार के जिन सदस्यों को उस भूमि की वरासत हुई है, तो पोर्टल उसे नहीं स्वीकारता है। ऐसे में जारी किस्त की धनराशि वापस कराने के बाद ही उनका सम्मान निधि के लिए आवेदन पोर्टल मान्य करता है।
केंद्र सरकार की ओर से काश्तकार किसानों को वर्ष में छह हजार रुपये तीन किस्तों में दो-दो हजार रुपये कर बैंक अकाउंट में अंतरित किया जाता है। जिले में किसान सम्मान निधि पाने वाले किसानों की संख्या सवा चार लाख से अधिक है। इन्हें सम्मान निधि का लाभ मिलता है। वैसे जिले में किसानों की संख्या साढ़े पांच लाख से अधिक है।

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