Ram Temple Ayodhya: कब तक पूरा होगा राम मंदिर का निर्माण? 201 फीट की ऊंचाई पर लहराएगा ध्वज
Ram Temple Ayodhya अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य अब अपने अंतिम चरण में है। यह कब तक पूरा होगा इस बारे में मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि 201 फीट की ऊंचाई पर राम मंदिर का ध्वज लहराएगा। साथ ही छह अप्रैल को होने वाली रामनवमी को लेकर भी तैयारियां जोरों पर हैं।

जागरण संवाददाता, अयोध्या। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण 15 अप्रैल तक पूर्ण हो जाएगा। 360 फीट लंबे, 250 फीट चौड़े व 161 फीट ऊंचे तीन तल के मंदिर में कुल साढ़े चार लाख घन फीट पत्थर प्रयुक्त होने थे, इनमें से चार लाख 30 हजार घन फीट पत्थर प्रयुक्त भी हो चुके हैं।
अब मंदिर में 20 हजार घन फीट पत्थर ही लगने शेष रह गए हैं। रामनवमी छह अप्रैल को है, किंतु निर्माण समिति ने इस उत्सव की तैयारी शुरू कर दी है।
नृपेंद्र मिश्र के अनुसार, इस बार भी जन्मोत्सव पर रामलला का सूर्याभिषेक सुनिश्चित किया जाएगा। इसके लिए मंदिर निर्माण समिति विशेषज्ञों के संपर्क में है।
रामजन्मभूमि परिसर को दो भागों में किया गया विभाजित
नृपेंद्र मिश्र ने श्रीराम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक के पहले दिन शनिवार की गतिविधियों के बारे में पत्रकारों को बताया कि मंदिर में कुछ गिनती के काम बाकी रह गए हैं। मंदिर के शिखर में शिलाखंडों की कुल 20 कड़ियां संयोजित होनी हैं, इनमें से 11 का संयोजन हो चुका है। करीब 75 एकड़ का रामजन्मभूमि परिसर मुख्यतया दो भागों में विभाजित है।
केंद्रीय प्रभाग में राम मंदिर का परकोटा है, जो आठ एकड़ में विस्तृत है, जबकि शेष परिक्षेत्र में राम मंदिर के पूरक प्रकल्प विकसित होने हैं। राम मंदिर के अतिरिक्त परकोटा के अंदर छह अन्य मंदिर तथा परकोटा के बाहर सात अन्य मंदिरों का भी निर्माण पूर्णता की ओर है। मिश्र ने बताया कि इन मंदिरों में स्थापित होने वाली सभी मूर्तियां अप्रैल में जयपुर से यहां पहुंच जाएंगी, जबकि गोस्वामी तुलसीदास की मूर्ति आने की शनिवार को ही प्रतीक्षा होती रही।
201 फीट की ऊंचाई पर लहराएगा राम मंदिर का ध्वज
राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे शिखर पर विशाल ध्वज दंड लगेगा। इसके बाद राम मंदिर का ध्वज 201 फीट की ऊंचाई पर लहराएगा। मंदिर का शिखर निर्माण पूर्ण होने के बाद ध्वज दंड लगने का क्रम शुरू होगा। ध्वज दंड न केवल राम मंदिर के शिखर पर लगेगा, बल्कि मंदिर के परकोटा में अंतिम स्पर्श पा रहे शिव, गणेश आदि छह वैदिक युगीन देवी देवताओं के मंदिर परकोटा के बाहर सप्तमंडपम के शिखर पर भी लगेगा।
रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल मिश्र ने बताया कि राममंदिर के शिखर निर्माण को अंतिम स्पर्श देने के साथ तड़ित चालक संयंत्र लगाने की प्रक्रिया भी चल रही है। संयंत्र लगने से राम मंदिर आकाशीय बिजली के खतरे से मुक्त रहेगा।
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