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    राम मंदिर ट्रस्ट ने लोगों से की अपील, भक्तों से चार बजे के बाद राम बरात निकालने का अनुरोध

    Updated: Tue, 11 Nov 2025 06:20 PM (IST)

    राम मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे ध्वजारोहण के बाद राम बरात को शाम 4 बजे के बाद ही निकालें। इस अनुरोध का उद्देश्य मंदिर में दर्शन करने वाले भक्तों को सुविधा प्रदान करना और व्यवस्था बनाए रखना है। ट्रस्ट ने सभी से सहयोग करने की अपील की है ताकि राम बरात शांतिपूर्वक संपन्न हो सके।

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    ट्रस्ट ने कियाचार बजे के बाद राम बरात निकालने का किया आग्रह।

    जागरण संवाददाता, अयोध्या। रामजन्मभूमि परिसर में विवाह पंचमी के दिन 25 नवंबर को होने वाले ध्वजारोहण के निर्बाध आयोजन के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामनगरी के विभिन्न मंदिरों से निकलने वाली राम बरात चार बजे के बाद ही निकालने का अनुरोध किया है। ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने कहाकि आमंत्रित अतिथियों को ठहराने के निमित्त ट्रस्ट ने 1600 कमरों की व्यवस्था की है।

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    इसके साथ कारसेवकपुरम, रामसेवकपुरम और तीर्थ क्षेत्र पुरम में भी आवासीय व्यवस्था है। व्यवस्था संभालने में लगाए गए कार्यकर्ताओं को एक दिन पहले 24 नवंबर को ही बुलाया गया है। सर्दी के मौसम के दृष्टिगत अतिथियों के ओढ़ने-बिछाने का प्रबंध ट्रस्ट कर रहा है।

    महामंत्री चंपतराय ने मंगलवार को एक वीडियो संदेश जारी कर आयोजन की तैयारियों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। कहाकि राम मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा में संपूर्ण भारत से लोगों को आमंत्रित किया गया था, किंतु ध्वजा के आरोहण में पूर्वी उत्तर प्रदेश को ही वरीयता दी गई है।

    तब से अब तक मंदिर परिसर में विभिन्न प्रकल्पों का निर्माण हो चुका है, इसलिए परिसर में बैठने का स्थान कम हो गया है। इसी कारण आमंत्रित अतिथियों की संख्या सीमित रखी गई है और आयोजन स्थल पर प्राण प्रतिष्ठा से लगभग डेढ़ हजार कुर्सियां कम रखी जाएंगी। ध्वजारोहण के दिन प्रातः आठ बजे से प्रवेश प्रारंभ हो जाएगा।

    अतिथि नौ बजे तक अपना स्थान ग्रहण कर लें। इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुख्य अतिथि होंगे तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अति विशिष्ट अतिथि होंगे।

    विवाह पंचमी को देखते हुए प्रयास यही किया जा रहा कि दोपहर दो बजे तक संपूर्ण कार्यक्रम पूर्ण कर लिया जाए, इसके बाद आमंत्रित अतिथियों को पंक्तिबद्ध दर्शन कराया जाएगा। इसमें लगभग तीन घंटे लग सकते हैं।

    महासचिव ने बताया कि धर्म ध्वजा का आकार त्रिकोणीय है और इसे लगभग 190 फीट की ऊंचाई पर चढ़ाया जाना है। प्रधानमंत्री और सरसंघचालक इसका आरोहण करेंगे। तैयारियों को देखते हुए पूर्व संध्या पर कितने समय तक दर्शन चलेगा, यह अभी तय किया जाना है। ध्वजारोहण के दिन प्रतिदिन की भांति रामलला का दर्शन नहीं हो सकेगा।