Ayodhya Airport: अयोध्या के श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का रनवे मानकों पर उतरा खरा, ऐसे की गई टेस्टिंग; अब आगे का काम होगा शुरू
भगवान श्रीराम का मंदिर एक ओर अंतिम स्पर्श पा रहा है तो दूसरी ओर श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी उड़ान के लिए तैयार हो रहा है। हवाई अड्डे के रनवे क ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, अयोध्या। भगवान श्रीराम का मंदिर एक ओर अंतिम स्पर्श पा रहा है तो दूसरी ओर श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी उड़ान के लिए तैयार हो रहा है। हवाई अड्डे के रनवे का शुक्रवार को फ्रिक्शन टेस्ट किया गया, जिसमें रनवे मानकों पर खरा उतरा। इसके साथ ही अग्निशमन विभाग के तीन नेफको वाहनों का भी ट्रायल हुआ। स्पेशल डिजाइन फ्रिक्शन टेस्ट कार ने रनवे की गुणवत्ता को परखा।
स्वीडन की कार ने यह पता लगाया कि विमान के उतरते समय कंपन और फिसलन कितना होने की संभावना है। दोनों चीजें सामान्य से अधिक नहीं होनी चाहिए। अगर रनवे पर बारिश का पानी पड़ता है तो फिसलन नहीं होना चाहिए। रनवे पर स्वीडिश कार के तेज गति से दौड़ते समय आटोमेटिक यंत्र से लगातार फव्वारा के माध्यम से पानी फेंका गया। तेज गति से दौड़ रही कार का ब्रेक लगाकर फिसलन को चेक किया गया।
वाहन आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं
विमान में किसी प्रकार की दुर्घटना को रोकने के लिए अग्निशमन विभाग ने तीन नेफको वाहनों को तैनात किया है। वाहन आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। सीसी कैमरे भी लगाए गए हैं। ये किसी भी आपदा में तुरंत काबू पाने में सक्षम हैं। अग्निशमन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने इसका ट्रायल किया। हवाई अड्डे का निर्माण पूर्णता की ओर है। आगामी 15 दिसंबर तक निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
एयरपोर्ट में दो टैक्सी-वे और एक एप्रेन का निर्माण भी हो चुका है। इस एप्रेन में चार हवाई जहाज खड़े हो सकेंगे। करीब 2200 मीटर लंबे और 45 मीटर चौड़े रनवे का निर्माण पूरा हो गया है, जिस पर एयरबस-ए 320 उड़ान भर सकती है।
रामजन्मभूमि परिसर के विद्युत सब स्टेशन से आपूर्ति शुरू
राम मंदिर सहित 75 एकड़ के रामजन्मभूमि परिसर की जरूरत को देखते हुए अलग से तैयार विद्युत सब स्टेशन ने शुक्रवार से काम करना प्रारंभ कर दिया। मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक आज सेप्रत्येक 20 दिनों के अंतराल पर होने वाली राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक शनिवार से शुरू हो रही है।
बैठक में शामिल होने के लिए शुक्रवार को देर शाम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र रामनगरी पहुंच गए हैं। इसमें 22 जनवरी को रामलला के विग्रह की स्थापना को ध्यान में रख कर राम मंदिर के भूतल को पूर्णता प्रदान किए जाने पर जोर होगा।

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