Ram Mandir: जागरण के साथ रामलला को कराया जाएगा गज दर्शन, सरयू जल और पंचामृत से किया जाएगा नित्य अभिषेक
अभिषेक-स्नान और शृंगार के बाद सुबह सात-7 30 बजे के बीच रामलला का दर्शन श्रद्धालुओं के लिए सुलभ होगा। रामलला के सम्मुख मध्याह्न राजभोग भी विधि-विधान से अर्पित किया जाएगा। उस समय गर्भगृह पर्दे से आवृत होगा और सम्मुख गायकों की टोली जेवनार गायन से रामलला की मनुहार कर रही होगी। यह समय दोपहर 12-1230 बजे के बीच संभावित होगा। इसके बाद रामलला को शयन कराया जाएगा।

रमाशरण अवस्थी, अयोध्याः नवनिर्मित मंदिर में स्थापित होने के साथ रामलला के ठाठ निराले होंगे। उन्हें प्रशिक्षित अर्चकों की विशेष टीम नित्य चार-साढ़े चार बजे के बीच ब्रह्ममुहूर्त में वेद मंत्रों के सस्वर पाठ कर जगाएगी। आचमन आदि के बाद रामलला को गज दर्शन कराया जाएगा।
रामलला के हाथों नित्य गोदान की परंपरा का पालन होगा। 15 से 24 जनवरी के बीच प्रस्तावित प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियों के साथ रामलला के नित्य पूजन-अर्चन की भी व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने देश के शीर्ष धर्माचार्यों से गहन विचार-विमर्श के बाद रामलला के पूजन-अर्चन की व्यवस्था तय की है।
ऐसे सुझावों की समीक्षा के लिए कारसेवकपुरम में हुई बैठक में चंपतराय सहित प्रख्यात लेखक एवं समीक्षक यतींद्र मिश्र, विहिप के केंद्रीय मंत्री गोपाल, राजेंद्र सिंह पंकज उपस्थित रहे। कई अहम सुझाव सामने आए। बताया गया कि रामलला का नित्य अभिषेक सरयू जल और पंचामृत से किया जाए। सरयू जल विशेष वाहन से लाया जाए और आदर की दृष्टि से उस पर छत्र-चंवर धारी परिचारक भी नियुक्त हों।
अभिषेक-स्नान और शृंगार के बाद सुबह सात-7: 30 बजे के बीच रामलला का दर्शन श्रद्धालुओं के लिए सुलभ होगा। रामलला के सम्मुख मध्याह्न राजभोग भी विधि-विधान से अर्पित किया जाएगा। उस समय गर्भगृह पर्दे से आवृत होगा और सम्मुख गायकों की टोली जेवनार गायन से रामलला की मनुहार कर रही होगी। यह समय दोपहर 12-12:30 बजे के बीच संभावित होगा।
इसके बाद रामलला को शयन कराया जाएगा। अपराह्न 3:30 से चार बजे के बीच उनको गीत-गवनई के साथ जगाया जाएगा और उपवन में भ्रमण कराया जाएगा। दिन ढलने के साथ रामलला के दरबार की उत्सवधर्मिता शिखर पर होगी। गायक रामलला के प्रति आस्था निवेदित करेंगे।
रामलला को सायंकालीन भोजन प्रस्तुत करने और शयन कराने के लिए नौ से 10 बजे के बीच का समय संभावित है। समझा जाता है कि अगले कुछ दिनों में ट्रस्ट रामलला की दिनचर्या को अंतिम रूप देने के साथ उसे सार्वजनिक भी करेगा।
हाथी पाले जाने की भी संभावना
रामलला को नित्य गज दर्शन की व्यवस्था के तहत परिसर में हाथी पाले जाने की संभावना पर भी विचार हुआ। सुप्रसिद्ध शास्त्रज्ञ एवं रामकुंज के महंत रामानंददास ने अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर का उदाहरण दिया, जहां 13 हाथी पाले गए हैं।
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