राम मंदिर परिसर के उप मंदिरों के ध्वजों का भी हुआ पूजन, 100 से ज्यादा औषधियों से कराया गया स्नान
अयोध्या में राम मंदिर के ध्वजारोहण समारोह के चौथे दिन, मुख्य और उप मंदिरों के शिखरों पर फहराई जाने वाली ध्वजाओं का पूजन हुआ। सौ से अधिक औषधियों से ध्वजाओं को स्नान कराया गया, और यजमानों ने यज्ञकुंड में आहुतियां डालीं। ध्वजा पूजन का उद्देश्य ध्वजा में दिव्यता का आह्वान करना है। मुख्य शिखर पर प्रधानमंत्री मोदी ध्वजारोहण करेंगे।

प्रवीण तिवारी, अयोध्या। ध्वजोराहण समारोह के लिए चल रहे अनुष्ठान के तहत सोमवार को चौथे दिन राम मंदिर के मुख्य शिखर के साथ ही अन्य सभी उप मंदिरों के शिखर पर फहराए जानी वाली ध्वजाओं का पूजन संपन्न हुआ।
ध्वजाओं का स्नपन हुआ। इसमें सौ से अधिक औषधियों से ध्वज को सांकेतिक स्नान कराया गया। बाद में मुख्य यजमानों ने ध्वजमंत्र से यज्ञकुंड में आहुतियां डालीं।
ध्वजा पूजन का उद्देश्य ध्वजा में दिव्यता का आह्वान करना है। इससे ध्वजा का प्रत्येक हिस्सा शुभ, पवित्र तथा देवोपयोगी बन जाता है। यज्ञ के ब्रह्मा व आचार्य पंकज शर्मा ने बताया कि ध्वजा पूजन में सिर्फ स्नपन और हवन हुआ।
मंगलवार को मुख्य शिखर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ध्वजारोहण करेंगे, शेष उप मंदिरों पर कुछ दिन बाद ध्वज फहराये जाएंगे। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल कुमार मिश्र ने सभी उप मंदिरों के लिए निर्मित ध्वजों के पूजन की पुष्टि की।
यज्ञ के संयोजक आचार्य इंद्रदेव ने बताया कि नित्य की तरह ही सोमवार को अनुष्ठान का क्रम प्रातः आठ बजे से प्रारंभ हुआ। पहले यजमानों ने गणपति पूजन, पंचांग पूजन, षोडष मातृका पूजन किया। तत्पश्चात योगिनी, क्षेत्रपाल, वास्तु पूजन, नवग्रह पूजन और प्रधान मंडल के रूप में प्रतिष्ठित हुई रामभद्र वेदी की पूजा हुई।
आवाहित देवी देवताओं का स्मरण व पूजन किया गया। यजमानों ने सूर्य व श्रीसूक्त मंत्र से भी सवा लाख आहुतियां डालीं। अन्य यजमानों में प्रो. अजय प्रताप सिंह, शैलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, शैलेंद्र कोरी सहित अन्य रहे। अनुष्ठान संपादित कराने वालो में मुख्य आचार्य चंद्रभान शर्मा, उपाचार्य रविंद्र पैठणे रहे। यज्ञ के ब्रह्मा व आचार्य पंकज शर्मा ने पूजन संपन्न कराया।

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