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    Ram Mandir: केसरिया या पीला... राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे शिखर पर कौन से रंग का झंडा फहरेगा?

    Updated: Sat, 11 Oct 2025 10:48 AM (IST)

    अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर फहराने वाली धर्म ध्वजा के रंग को लेकर मंथन जारी है। ट्रस्टी केसरिया के साथ पीले रंग पर भी विचार कर रहे हैं, क्योंकि भगवान राम को विष्णु का अवतार माना जाता है और पीला रंग विष्णु मंदिरों का प्रतीक है। अंतिम निर्णय श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय लेंगे। ध्वजा का आकार, प्रतीक चिह्न और लंबाई पर भी चर्चा हो रही है।

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    लवलेश कुमार मिश्र, अयोध्या। राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे शिखर पर पीले रंग की धर्म ध्वजा भी फहरा सकती है। त्याग, तपस्या व पवित्रता के प्रतीक पीले रंग का ही ध्वज भगवान विष्णु के मंदिरों पर लहराता है। भगवान श्रीराम भी उन्हीं के अवतार माने जाते हैं, इसलिए ट्रस्टियों ने केसरिया के साथ पीले रंग पर भी विमर्श किया है।

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    यद्यपि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में हुईं दो बैठकों में भी इस संबंध में अंतिम निर्णय नहीं किया जा सका। अब इस संबंध में निर्णय श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से अधिकृत महासचिव चंपतराय लेंगे। इनकी अगुवाई में शीघ्र ही फिर बैठक होगी। इसमें निर्णय हो जाएगा तो ध्वज तैयार कराया जाएगा।

    रामजन्मभूमि परिसर के मंदिरों के निर्माण की पूर्णता पर 25 नवंबर को आयोजित होने वाले उत्सव में ही राम मंदिर सहित अन्य सात पूरक मंदिरों के शिखर पर सनातन पताका फहराई जानी है। यह पताका किस रंग की हो, इसका आकार-प्रकार कैसा हो और इस पर प्रतीक चिह्न के रूप में कौन-सी आकृति बनाई जाए, पिछले दो दिनों तक इस संबंध में राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के नेतृत्व में बैठक हुई।

    इसमें महासचिव चंपतराय, कोषाध्यक्ष गोविंददेव गिरि, सदस्य डा. अनिल मिश्र, आमंत्रित सदस्य व राम मंदिर के व्यवस्थापक गोपाल राव सहित कार्यदायी एजेंसियों लार्सन एंड टुब्रो, टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स, इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड व मंदिर निर्माण से जुड़े अन्य संगठनों के अधिकारी व अभियंता उपस्थित रहे।

    सूत्रों ने बताया कि बैठक में विचार के दौरान कुछ सदस्यों ने पीला रंग तो कुछ ने केसरिया को चयनित करने की बात कही। भगवान श्रीराम के विष्णु जी का अवतार होने से कुछ ने पीला रंग और कुछ ने केसरिया रंग को मान्यता दी। वाल्मीकि रामायण के अनुसार श्रीराम के रथ पर लगे ध्वज का रंग केसरिया ही था। साथ ही धर्म ध्वजा को वर्गाकार या त्रिभुजाकार रखने और प्रतीक चिह्न के रूप में सूर्य या गरुड़ की आकृति उकेरने पर चर्चा हुई।

    भगवान राम ने सूर्यवंश में अवतार लिया था, इस कारण सूर्य को प्रतीक चिह्न बनाने की बात कही गई तो कुछ ने भगवान विष्णु की सवारी गरुड़ की आकृति बनवाने को कहा। इसके साथ धर्म ध्वजा की लंबाई 21 या साढ़े 22 फीट रखने पर विमर्श हुआ। बैठक में सम्मिलित रहे एक पदाधिकारी ने बताया कि अगली बैठक में जब रंग-रूप, आकार-प्रकार व प्रतीक चिह्न पर निर्णय हो जाएगा तो ट्रस्ट धर्म ध्वजा तैयार कराएगा। अभी इसके लिए आर्डर नहीं दिया गया है।