Ram Mandir: कब से हो सकेंगे राम दरबार के दर्शन ? सूर्य तिलक को लेकर भी विशेष तैयारी, अगले 20 सालों का होगा इंतजाम
15 मई के बाद अयोध्या के भव्य राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार के दर्शन होंगे। साथ ही इस बार रामलला के सूर्य तिलक के लिए स्थायी तकनीकी प्रबंध किए जाएंगे जो अगले 20 वर्षों तक राम जन्मोत्सव पर सूर्य तिलक को संभव बनाएंगे। राम मंदिर के चारों द्वारों का नामकरण राम मंदिर आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महापुरुषों के नाम पर होगा।

जागरण संवाददाता, अयोध्या। नव्य, भव्य और दिव्य मंदिर के प्रथम तल पर 15 मई के बाद रामदरबार के दर्शन होने लगेंगे। इस तिथि तक प्रथम तल पर शुभ मुहूर्त में राम दरबार स्थापित हो जाएगा।
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने द्विदिवसीय की बैठक के बाद मंगलवार को बताया कि भूतल की तरह प्रथम तल पर लाखों सभी श्रद्धालुओं का पहुंचना संभव नहीं होगा, इसलिए एक दिन में अधिकतम आठ सौ श्रद्धालु ही राम दरबार का दर्शन पास के माध्यम से कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि समिति की बैठक के पहले दिन भगवान राम के सूर्य तिलक को लेकर चर्चा हुई है। मिश्र ने बताया कि पिछले वर्ष रामनवमी पर रामलला के सूर्य तिलक के अस्थायी तकनीकी प्रबंध किए गए थे।
इस बार मंदिर का शिखर पूर्णता की ओर होने के चलते सूर्य तिलक के लिए जरूरी तकनीकी प्रबंध स्थायी रूप से करने की सुविधा सुनिश्चित हो सकेगी और यह ऐसी व्यवस्था होगी कि अगले 20 वर्षों तक रामलला का राम जन्मोत्सव पर सूर्य तिलक संभव होगा।
हालांकि, सूर्य तिलक वर्ष में एक बार रामनवमी के दिन ही होगा। इसका प्रसारण देश और विदेश में लाइव होगा। राम मंदिर के चारों द्वारों का काम शुरू हो गया है। राम मंदिर आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महापुरुषों के नाम पर राम मंदिर के चारों द्वारों का नाम होगा।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय को उच्चीकृत किए जाने के अभियान की भी जानकारी साझा की। संग्रहालय में 20 गैलरियों का निर्माण शुरू हो गया है। राम मंदिर में चलने वाले सभी कार्य दिसंबर, 2025 तक पूर्ण हो जाएंगे। आडीटोरियम अपवाद है, इसका कार्य 2025 के बाद पूरा होगा।
रामनवमी पर अधिक संख्या होने पर रोक-रोक कर छोड़े जाएंगे दर्शनार्थी
नव्य-भव्य राम मंदिर में आयोजित होने जा रहे दूसरे जन्मोत्सव पर छह अप्रैल को गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। महाकुंभ की भांति रामनवमी पर भी निर्बाध दर्शन चलता रहे, इसके लिए रामजन्मभूमि परिसर में ही होल्डिंग एरिया तैयार कराया जा रहा है।
दो स्थानों पर बने होल्डिंग एरिया में लगभग पांच हजार श्रद्धालु रोके जा सकेंगे। आवश्यकता पड़ने पर इसका उपयोग करके थोड़ी-थोड़ी देर के लिए श्रद्धालुओं को रोक कर मंदिर में दर्शन के लिए भेजा जाएगा।
बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन के बाद भी रामजन्मभूमि परिसर को सुरक्षित रखने के लिए ड्रोन से निगरानी कराई जाएगी। इसका परीक्षण भी करा लिया गया है। उच्च गुणवत्ता व आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस तकनीक से युक्त लगभग एक हजार सीसीटीवी कैमरों से प्रत्येक स्थान पर नजर रखी जाएगी।
रामजन्मभूमि के एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने बताया कि पर्व के दौरान परिसर के आसपास स्थित भवनों पर भी सादे कपडों में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा।
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