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    Ram Mandir में पहली बार होगा ऐसा आयोजन! 13 पूरक मंदिरों में 3 दिन तक चलेगा प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव

    Updated: Fri, 02 May 2025 10:44 PM (IST)

    अयोध्या में राम मंदिर के प्रथम तल और अन्य 13 पूरक मंदिरों में तीन से पांच जून तक सामूहिक प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन होगा। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि रामजन्मभूमि परिसर में स्थापना के लिए मूर्तियां जयपुर से आ चुकी हैं। राम मंदिर में 10 विशिष्ट सेंसर लगाए गए हैं जो मौसम और अन्य प्रभावों का अध्ययन करेंगे।

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    तीन से पांच जून तक होगा सामूहिक प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव। (तस्वीर जागरण)

    जागरण संवाददाता, अयोध्या। राम मंदिर के प्रथम तल सहित रामजन्मभूमि परिसर के अन्य 13 पूरक मंदिरों में देवी-देवताओं एवं ऋषियों के विग्रह का सामूहिक प्राण प्रतिष्ठा का महोत्सव तीन से पांच जून तक चलेगा। यह जानकारी राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने दी।

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    वह मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक से पूर्व बैठक से जुड़े विषय के बारे में जानकारी दे रहे थे। उन्होंने बताया कि रामजन्मभूमि परिसर के सभी पूरक मंदिरों में स्थापना के लिए प्रतिमाएं जयपुर से यथास्थान पहुंच चुकी हैं। दो प्रतिमाओं का आना शेष है।

    दो प्रतिमाएं 23 मई तक आने की उम्मीद

    इनमें राम मंदिर के प्रथम तल पर स्थापित होने वाली रामदरबार की प्रतिमा तथा राम मंदिर के नैऋत्य कोण पर अंतिम स्पर्श पा रहे शेषावतार मंदिर में स्थापित होने वाली शेषावतार लक्ष्मण जी की प्रतिमा है। यह दोनों प्रतिमाएं 23 मई तक आने की उम्मीद है।

    निर्माण प्रगति की समीक्षा करते हुए मिश्र ने बताया कि रामजन्मभूमि परिसर की चार किलोमीटर लंबी बाउंड्रीवाल और विशाल प्रेक्षागृह को छोड़कर इस वर्ष के अंत तक रामजन्मभूमि परिसर का संपूर्ण निर्माण एवं अन्य विकास से संबंधित कार्य पूरे हो जाएंगे।

    सामान्य दिनों से लेकर मौसम की विशेष परिस्थितियों का राम मंदिर पर पड़ने वाले प्रभाव के अध्ययन के लिए राम मंदिर 10 विशिष्ट सेंसर से युक्त है। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष के अनुसार प्रत्येक तीन माह में ऐसे सेंसर के माध्यम से यह अध्ययन किया जाएगा कि क्या लोगों के आवागमन अथवा मौसम के किसी प्रभाव के चलते मंदिर में प्रयुक्त विशाल शिलाखंडों में कोई गति तो नहीं हो रही है। इस माध्यम से निर्माण की दृढ़ता सुनिश्चित किया जाना है।

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