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    राम मंदिर की धर्म ध्वजा के कपड़े की गुणवत्ता आज होगी तय, बैठक में पेश होगी परीक्षण रिपोर्ट

    Updated: Tue, 28 Oct 2025 08:37 AM (IST)

    अयोध्या में राम मंदिर समेत सात मंदिरों पर फहराई जाने वाली धर्म ध्वजा के कपड़े की गुणवत्ता आज तय होगी। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में ध्वजा के कपड़े और आकार पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने निर्माण कार्यों की प्रगति का निरीक्षण किया। ध्वजारोहण समारोह में जीरो टालरेंस का लक्ष्य रखा गया है।

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    जागरण संवाददाता, अयोध्या। राम मंदिर सहित सात पूरक मंदिरों के शिखर पर 25 नवंबर को फहराई जाने वाली धर्म ध्वजा के कपड़े की गुणवत्ता मंगलवार को तय की जा सकती है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व मंदिर निर्माण समिति के पदाधिकारी मंगलवार को अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में कार्यदायी एजेंसियों के साथ होने वाली समीक्षा बैठक में अंतिम निर्णय लेंगे।

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    इसी बैठक में मुख्य कार्यदायी एजेंसी लार्सन एंड टुब्रो की ओर से ध्वजा के आरोहण व अवरोहण को लेकर कई दिनों से कराए जा रहे परीक्षण (ट्रायल) से संबंधित रिपोर्ट भी प्रस्तुत होगी। इसके बाद ट्रस्ट सभी आठ मंदिरों के लिए धर्म ध्वजा तैयार कराएगा।

    ध्वजारोहण समारोह की तैयारियों के मध्य रामजन्मभूमि परिसर के विभिन्न प्रकल्पों के निर्माण की प्रगति को परखने मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र सोमवार को अपराह्न अयोध्या पहुंचे। उन्होंने राम मंदिर पहुंच कर रामलला का दर्शन-पूजन किया। तदुपरांत विभिन्न प्रकल्पों का निरीक्षण कर ट्रस्टियों व कार्यदायी एजेंसियों के अधिकारियों के साथ अलग-अलग मुद्दों पर विमर्श किया।

    अब मंगलवार को परिसर में उनकी अध्यक्षता में बैठक होगी। इसमें एलएंडटी की ओर से परीक्षण रिपोर्ट रखी जाएगी। इस पर चर्चा के उपरांत धर्म ध्वजा के कपड़े की गुणवत्ता व आकार तय होगा। अभी तक ट्रस्ट ने धर्म ध्वजा की लंबाई-चौड़ाई व प्रतीक चिह्न ही तय किया जा सका है।

    राम मंदिर पर फहराने वाली केसरिया रंग की ध्वजा 22 फीट लंबी व 11 फीट चौड़ी होगी और इस पर प्रतीक चिह्न के रूप में सूर्य, कोविदार वृक्ष व ओंकार अंकित रहेगा। धर्म ध्वजा किस प्रकार के कपड़े से तैयार कराई जाए और इसका आकार चौकोर या त्रिकोणीय रखा जाए, इस पर अंतिम निर्णय होना है।

    जीरो टालरेंस, जीरो फेल्योर वाला होगा समारोह

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति होने के कारण ध्वजारोहण समारोह जीरो टालरेंस, जीरो फेल्योर वाला होगा। इसी कारण राम मंदिर के शिखर पर पीएम द्वारा फहराई जाने वाली धर्म ध्वजा का एलएंडटी ने अब तक कई बार परीक्षण कराया है, जिससे मुख्य आयोजन के दिन कोई चूक न हो। इस परीक्षण में तेज हवा के दबाव को लेकर अलग-अलग कोण व हवा की गति के सापेक्ष परीक्षण किया गया है। ध्वजा के आरोहण के साथ इसके अवरोहण का भी परीक्षण हुआ है।