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    Ram Mandir Ayodhya : एक महीने में श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे रामजन्मभूमि परिसर के सभी मंदिर

    Updated: Sun, 29 Jun 2025 02:19 PM (IST)

    Ram Mandir Ayodhya अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में राम कथाओं के लिए 20 गैलरी का निर्माण होगा। यहां की गैलरी में राम कथा को किस तकनीक के जरिए प्रदर्शित किया जाए यह अपने में है चुनौती। कोशिश की जा रही है कि राम कथाओं की स्क्रिप्ट को जल्दी पूरा किया जा सके।

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    अयोध्या में रामजन्मभूमि परिसर के सभी मंदिर

    जागरण संवाददाता, अयोध्या : रामनगरी अयोध्या आने वाले राम भक्तों के लिए अच्छी खबर है। राम मंदिर परिसर में अभी तक जितने भी निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं, उनको एक महीने के अंदर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएंगे। रामजन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण समिति की दूसरे दिन की बैठक के पहले अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र ने पत्रकारों से इस जानकारी को साझा किया।

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    नृपेन्द्र मिश्र की अध्यक्षता में भवन निर्माण समिति की दूसरे दिन की बैठक अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में चल रही है। इसमें राम मंदिर परिसर के अंदर श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या के कारण उनकी सुरक्षा को लेकर भी मंथन हो रहा है। श्रद्धालुओं का सुरक्षा के उपायों को लेकर ट्रस्ट लगातार जिला व पुलिस प्रशासन के संपर्क में है।

    भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय में निर्माण कार्य प्रारंभिक स्टेज पर है। यहां पर पहले सिविल कार्य को पूरा कराया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में राम कथाओं के लिए 20 गैलरी का निर्माण होगा। यहां की गैलरी में राम कथा को किस तकनीक के जरिए प्रदर्शित किया जाए, यह अपने में है चुनौती। कोशिश की जा रही है कि राम कथाओं की स्क्रिप्ट को जल्दी पूरा किया जा सके।

    पिछले 500 वर्षों का कानूनी पक्ष राम कथा संग्रहालय के भूतल की दो गैलरी में किया प्रदर्शित जाएगा। इसके साथ ही मंदिर निर्माण के दौरान खुदाई में मिली विशिष्ट चीजों को संग्रहालय में प्रदर्शित किया जाएगा। ऐसी चीजें जो राम मंदिर पुष्टि की करती हैं उन्हें भी कानूनी पक्ष के साथ यहां पर रखा जाएगा।

    अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में राम जी का अंतरराष्ट्रीय स्वरूप प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही इसकी भी जानकारी दी जाएगी कि किन-किन देशों में भगवान राम की आराधना जाती है। उसको संग्रहालय के बेसमेंट में विस्तृत रुप से प्रदर्शित किया जाएगा। आइआईटी चेन्नई की टीम हनुमान जी पर एक गैलरी का निर्माण कर रही है। इसका काम नवंबर से दिसंबर के बीच में हो पूर्ण हो जाएगा। हमारा है कि श्रद्धालुओं को प्रयास संग्रहालय के कुछ अंश तक प्रवेश की अनुमति दे सकें। प्रगति की समीक्षा सितंबर तक के निर्माण पर निर्भर करेगी।

    राम मंदिर की खिड़कियों पर लग रही टाइटेनियम की जाली

    तीन तल के मंदिर में कुल 32 खिड़कियां हैं और मंदिर की सुरक्षा को ध्यान में रख कर इन सभी खिड़कियों पर टाइटेनियम की जाली लगाई जा रही है। शनिवार को एक खिड़की पर टाइटेनियम की जाली लगाए जाने का भी सफल प्रयोग कर लिया गया। मिश्र के अनुसार 15 अगस्त तक सभी 32 खिड़कियों पर जाली लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। मिश्र ने बताया कि टाइटेनियम हल्की, किंतु बहुत ही मजबूत धातु है और यह एक हजार वर्ष से भी अधिक समय तक सुरक्षित रहेगी।

    राम मंदिर और परकोटा निर्मित करने में कुल 14 लाख घन फीट पत्थर का प्रयोग होना है और अब तक के निर्माण में 13 लाख घन फीट पत्थर का प्रयोग हो चुका है। मंदिर का निर्माण अंतिम दौर में है और जुलाई के अंत तक शेष एक लाख घन फीट पत्थर का भी उपयोग सुनिश्चित होना है।

    मिश्र के अनुसार मंदिर की 800 फीट लंबी और आयताकार लोअर प्लिंथ पर रामकथा के विभिन्न प्रसंगों के अंकन का अभियान भी उत्तरार्द्ध की ओर है और अब तक 500 फीट प्लिंथ रामकथा के अंकन से सज्जित की जा चुकी है। मंदिर का 780 मीटर लंबे आयताकार परकोटे की दीवार भी रामकथा के प्रसंगों से सज्जित की जा रही है। इस पर कांस्य के 80 पैनल लगाए जाने हैं। 45 लग भी चुके हैं। इन सभी पैनल पर रामकथा के चुनिंदा प्रसंग उत्कीर्ण होंगे। यह काम भी जुलाई तक पूरा होने का अनुमान है।

    धरोहर के रूप में संरक्षित किया जाएगा वैकल्पिक गर्भगृह

    मंदिर निर्माण समिति उस वैकल्पिक गर्भगृह को भी धरोहर की तरह सहेजेगी, जिसमें रामलला 25 मार्च 2020 से 22 जनवरी 2024 तक मंदिर निर्माण की अवधि तक स्थापित रहे। यद्यपि भव्य-दिव्य मंदिर निर्माण के बाद मूल गर्भगृह में रामलला की वापसी के बाद इस गर्भगृह की उपयोगिता भले ही नगण्य रह गई, किंतु धरोहर के रूप में समिति इसे सुदीर्घ काल तक के लिए सहेजने का प्रबंध कर रही है। यह गर्भगृह मूलत: फाइबर से निर्मित है और अब उसे सागौन की लकड़ी से मौलिक आकार में ही बनाए रखने की तैयारी हो रही है। इसे अनब्रेकेबल शीशे से संरक्षित किया जाएगा।