Ayodhya News: मेडिकल कॉलेज की लापरवाही से गर्भवती महिला की मौत, परिजनों में कोहराम
दर्दनाक घटना अयोध्या के दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज के बाहर एक 27 वर्षीय गर्भवती महिला की मौत हो गई। समय पर इलाज न मिलने के कारण महिला और उसके पेट में पल रहे आठ महीने के बच्चे की जान चली गई। परिजनों का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज में उन्हें भर्ती नहीं किया गया। इस घटना से क्षेत्र में आक्रोश है।

संवाद सूत्र, बीकापुर (अयोध्या)। विकासखंड क्षेत्र के पातूपुर निवासी 27 वर्षीय गर्भवती संगीता को अगर समय पर उपचार मिल जाता तो उनके साथ पेट में पल रहा आठ माह नवजात भी जीवित होता, लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों की संवेदनहीनता से ऐसा नहीं हो सका और परिवार में खुशियों की जगह करुण क्रंदन मच गया।
शुक्रवार की रात अशर्फीलाल कोरी की गर्भवती पुत्री संगीता को सांस लेने में परेशानी होने लगी। मध्य रात्रि तकरीबन 12 बजे सीएचसी बीकापुर ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने दर्शननगर स्थित मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
निजी अस्पताल में मेडिकल कॉलेज किया रेफर
पिता ने बताया कि मेडिकल कॉलेज ले जाने पर पुत्री को भर्ती नहीं किया गया। वहां से बेटी को लेकर निजी चिकित्सालय पहुंचे। 24 घंटे बाद वहां हालत में सुधार न होने पर चिकित्सक ने शनिवार की रात दोबारा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। स्वजन दोबारा शनिवार की रात करीब डेढ़ बजे दर्शन नगर मंडलीय चिकित्सालय पहुंचे।
गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन किसी की संवेदना नहीं जागी
पिता ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के बाहर लगभग तीन घंटे तक खड़े रहे। गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन किसी की संवेदना नहीं जागी और तड़प रही बेटी को भर्ती नहीं किया गया। इस दौरान एंबुलेंस में ही बैठे-बैठे उसकी हालत और गंभीर हो गई। कई घंटे बाद रविवार की सुबह बेटी को अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। उसके साथ पेट में पल रहे आठ माह के नवजात की भी मृत्यु हो गई। पिता का कहना है कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन की संवेदनहीनता ने सभी को शर्मसार कर दिया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।