Ayodhya Murder Case: भाई ने घर से भगाया तो बदला लेने को कर दी युवती की हत्या, पुलिस ने 3 को किया गिरफ्तार
संदिग्ध परिस्थितियों में लापता युवती का शव सूखे नाले में मिला था। युवती का शव लावारिस अवस्था में मिला था जिसकी कुछ देर बाद पहचान हो सकी। अयोध्या पुलिस ने हत्या का खुलासा कर दिया है। हत्या में उसी के गांव के तीन लोग शामिल पाए गए हैं जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि अपमान का बदला लेने के लिए हत्या की गई थी।

संवादसूत्र, अयोध्या। सहनवा कांड का अयोध्या पुलिस ने खुलासा कर दिया है। युवती की हत्या करने में उसी के गांव के तीन लोग शामिल पाए गए हैं, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पकड़े गए आरोपितों में सहनवा निवासी हरीराम कोरी, विजय साहू और दिग्विजय सिंह उर्फ दुर्विजय उर्फ बाबा है। इस घटना का मुख्य सूत्रधार दिग्वजय सिंह को बताया गया है, जो एक निजी आइटीआइ का चौकीदार है। उसी ने अपने अपमान का बदला लेने के लिए यह षड़यंत्र रचा था, जिसमें अन्य दो आरोपियों ने उसका साथ दिया।
मृतका के घर आता जाता था आरोपी
प्रारंभिक जांच एवं पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि दिग्विजय की गांव में छवि अच्छी नहीं है। वह मृतका के घर आता जाता था। कुछ दिन पूर्व मृतका के भाई ने उसे घर से भगा दिया था। इसी बात की वह रंजिश रखे हुए था।
30 जनवरी को युवती को उठा ले गए थे आरोपी
गत 30 जनवरी की रात युवती गांव में धार्मिक आयोजन देखने गई थी, जहां बाहर उसे अकेला पाकर आरोपियों ने उसे दबोच लिया। उसे निर्वस्त्र करने का प्रयास किया, जिसका युवती ने विरोध किया। इसके बाद तीनों मिलकर युवती को आइटीआइ के पीछे बने बाथरूप में ले गए, जहां उसके साथ बर्बरता की गई।
झाड़ियों में फेंका था
इसके बाद निर्वस्त्र कर उसे सूखे नाले की झाड़ियों में हाथ पांव बांधकर फेंक दिया। इसके बाद दिग्विजय ने अपनी खून लगी जैकेट भी जला दी, जिसकी राख एवं बटन तक पुलिस ने बरामद कर ली है।
परिजन पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट
आरोपी हरीराम कोरी की ससुराल सहनवा में है, जबकि विजय दोनों का मित्र है। मृतका के पिता ने पुलिस कार्रवाई पर संतुष्टि व्यक्त की है। उनका कहना है कि दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में किसी की बेटी के साथ ऐसा घिनौना कृत्य वह न कर सकें।
पीड़ित परिजनों को आर्थिक सहायता
राज्यमंत्री मनोहरलाल कोरी, विधायक वेद प्रकाश गुप्त, रामचंद्र यादव ने मृतका के घर पहुंचकर पीड़ित परिवार को चार लाख 12 हजार 500 रुपये की अनुकंपा धनराशि प्रदान की। इससे पूर्व 50 हजार रुपये पुलिस एवं 50 हजार रुपये प्रशासन की ओर से सहायता दी जा चुकी है।
अत्याचार करने वाले सलाखों के पीछे
विधायक ने बताया कि अभियुक्तों को सजा होने के उपरांत चार लाख 12 हजार 500 की धनराशि मृतक बिटिया के परिवार को और प्रदान की जाएगी। सरकारी सुविधाओं से भी लाभांवित कराने का प्रयास किया जाएगा। राज्य मंत्री मनोहर लाल कोरी ने कहा कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ सदैव खड़ी है। अत्याचार करने वाले सलाखों के पीछे हैं।
मामले की चल रही जांच
अयोध्या के एसएसपी राजकरन यादव ने बताया कि वारदात में लिप्त तीन लोगों को पकड़ लिया गया है। जांच चल रही है, जो तथ्य सामने आएंगे उससे अवगत कराया जाएगा। फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से प्रभावी पैरवी करते हुए अभियुक्तगणों को दंडित कराया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।