Milkipur Upchunav: भाजपा के माइक्रो प्लान व सपा के साइलेंट मैनेजमेंट की अग्निपरीक्षा, अब मतदाताओं की बारी
मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए बुधवार को मतदान होगा। मुख्य मुकाबला सपा और भाजपा के बीच है जहां सपा अपनी सीट बचाने और भाजपा जीत हासिल करने की कोशिश में है। सीएम योगी ने छह बार दौरा कर भाजपा के लिए प्रचार किया जबकि सपा ने साइलेंट मैनेजमेंट पर भरोसा किया। भाजपा ने 400 से अधिक चौपालें कीं। कुल 10 उम्मीदवार मैदान में हैं।
प्रहलाद तिवारी, अयोध्या। प्रतिष्ठापरक मिल्कीपुर उप चुनाव में मंथन कर चुके दलों के बाद अब बारी मतदाताओं की आई है। बुधवार को यहां पर मतदान होगा। दलों के विभिन्न सियासी रंग देख चुके लोकतंत्र के भाग्य विधाता ईवीएम का बटन दबाकर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।
मिल्कीपुर उप चुनाव में कुल 10 उम्मीदवार मैदान में हैं। सभी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। चुनौतीपूर्ण महासमर में दलों के चुनावी कौशल की भी परीक्षा होगी। अंतिम समय तक चुनावी समीकरण बनाने व बिगाड़ने का प्रयास राजनीतिक दल करते रहे।
मुख्य मुकाबला सपा व भाजपा के बीच
मंगलवर को दलों के धुरंधर मतदान को लेकर बूथ पर अपनी रणनीति को अंतिम स्पर्श देते रहे। मुख्य मुकाबला सपा व भाजपा के बीच माना जा रहा है। दोनों दलों के क्षत्रप पूरे क्षेत्र को मथ चुके हैं। इस उप चुनाव में पीडीए व हिंदुत्व का एजेंडा सहित राष्ट्रवाद व परिवारवाद के मुद्दे खूब उठे। मुद्दों की धार खूब पैनी की गई।
चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में अनुसूचित जाति की एक युवती की नृशंस हत्या का मामला भी उठा। इन सब मुद्दों के बीच अंत में उप चुनाव फिर जातीय समीकरण पर सिमटता दिखाई पड़ रहा है। सपा जहां अपनी सीट बचाने के लिए संघर्ष कर रही है, वहीं भाजपा सपा के गढ़ पर कब्जा कर फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र में मिली हार का बदला लेने को आतुर है।
चंद्रभानु पासवान - भाजपा प्रत्याशी
अजीत प्रसाद - सपा प्रत्याशी
शायद इसीलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ छह बार मिल्कीपुर आए। सरकार व संगठन में समन्वय बनाकर मिल्कीपुर के लिए माइक्रो प्लान किया। भाजपा ने चार जनसभाएं आयोजित की। दो जनसभाएं खुद सीएम ने व एक-एक जनसभा दोनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक व केशव माैर्य ने संबोधित किया। योगी सरकार के आठ मंत्री गांव-गांव चौपाल लगाकर मतदाताओं की मनुहार करते दिखाई पड़े।
वहीं संगठन के मोर्चे पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी व महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह लगातार डटे रहे। दोनों ने पांच -पांच बार मिल्कीपुर का दौरा किया। । भाजपा ने लगभग 400 से अधिक चौपालें, बैठक व विभिन्न वर्ग के सम्मेलन आयोजित किए। पांच मंडल के 415 बूथ कमेटियों से तीन राउंड बैठक की गई। 40 विधायकों ने घर-घर दस्तक दी।
सपा का साइलेंट मैनेजमेंट
उप चुनाव में सपा साइलेंट मैनेजमेंट के सहारे पीडीए पर निर्भर होती दिखी। सपा सांसद अवधेश प्रसाद साइलेंट मैनेजमेंट के खिलाड़ी माने जाते हैं। चुनाव अधिसूचना जारी होने के बाद से प्रचार के अंतिम दिन तक सपा पुलिस प्रशासन पर आरोप लगा कर निर्वाचन आयोग से शिकायत करती रही।
सपा की तरफ से एक मात्र जनसभा सपा मुखिया अखिलेश यादव की हुई। सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद के पक्ष में आजमगढ़ के सांसद धर्मेद्र यादव सहित एक दर्जन विधायक व पूर्व मंत्रियों ने भी लगभग 100 चौपालें लगाईं। उप चुनाव में केवल एक रोड शो सपा की तरफ से मैनपुरी सांसद डिंपल यादव ने किया। उपचुनाव में आचार संहिता उल्लंघन का भी मात्र एक मुकदमा दर्ज हुआ। वह भी इसी रोड शो से जुड़ा हुआ है।
मिल्कीपुर उपचुनाव में उम्मीदवार
- उम्मीदवार दल
- अजीत प्रसाद - सपा
- चंद्रभानु पासवान - भाजपा
- रामनरेश चौधरी - मौलिक अधिकार पार्टी
- सुनीता - राष्ट्रीय जनवादी पार्टी
- सतोष कुमार - आजाद समाज पार्टी
- अरविंद कुमार - निर्दलीय
- कंचनलता - निर्दलीय
- भोलानाथ - निर्दलीय
- वेदप्रकाश -निर्दलीय
- संजय पासी - निर्दलीय
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