यूपी के इस जिले में सरयू नदी पर बनेगा सबसे बड़ा पुल, 2500 करोड़ रुपये की लागत से होगा निर्माण
उत्तर प्रदेश में सरयू नदी पर 2500 करोड़ रुपये की लागत से एक विशाल पुल का निर्माण किया जाएगा। यह पुल क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगा और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे स्थानीय लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

सरयू नदी पर बनेगा सबसे बड़ा पुल।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। सरयू नदी के माझा सरायरासी में सबसे बड़े पुल के निर्माण के लिए एक-दो नहीं, मशीनों की खेप पहुंच चुकी है। अयोध्या-बिल्वहरिघाट बंधा के पास एनटीपीसी के सोलर प्लांट से लगभग एक किमी. तक नदी तो नहीं मिलेगी, लेकिन स्वायल टेस्टिंग व पिलर निर्माण के लिए बड़ी-बड़ी मशीनें दिन-रात लगी हैं। 42 सौ मीटर सरयू नदी पर उसके अन्य पुलाें के मुकाबले सबसे बड़े पुल के लिए पिलर बनने लगा है।
इसके अलावा एक और पुल सोहावल के मंगलसी गांव के रमपुरवा के पास लगभग 17 सौ मीटर की लंबाई में बनेगा। अभी सोहावल में सरयू नदी पर निर्मित होने वाले पुल का कार्य नहीं शुरू हो सका। ठीक उसके सामने मंगलसी व रमपुरवा गांव की सड़क के ऊपर अंडरपास के लिए पिलर खड़ा हो चुका है।
सरयू पुल के बाद से दूसरा अंडरपास सोहावल के जुबेरगंज पशु बाजार के पास निर्माणाधीन है। 67 किमी. लंबी रिंग रोड में 50 किमी. सर्विस लेन है। परियोजना की लागत लगभग 25 सौ करोड़ एवं उसकी ऊंचाई करीब पांच मीटर है।
यह अयोध्या-लखनऊ, अयोध्या गोरखपुर, अयोध्या-अंबेडकरनगर, अयोध्या-प्रयागराज व अयोध्या-रायबरेली हाईवे को क्रास करेगी। सभी हाईवे को क्रास कराने के लिए अंडरपास का निर्माण होगा।
अयोध्या के अलावा, गोंडा व बस्ती जिले को भी यह जोड़ेगा। इसके बन जाने से राम मंदिर निर्माण के बाद से बढ़े ट्रैफिक का दबाव कम होगा। किसी भी हाईवे पर जाने के लिए शहर के बाहर-बाहर जाया जा सकेगा। रिंग रोड पर वाहनों के आवागमन के लिए शुल्क वसूली के लिए 10 टोल भी होंगे।
एनएचएआई इसकी कार्यदायी संस्था है। मार्च में कई स्थानों पर मिट्टी की पटाई के साथ गिट्टी कुटाई भी हो चुकी है। करीब दो तिहाई लंबाई में अभी मिट्टी की पटाई होना है। गिट्टी की कुटाई उसके बाद होगी।

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