कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर प्रशासन अलर्ट, सरयू तट पर गोताखोरों की होगी तैनाती
अयोध्या में कार्तिक पूर्णिमा के स्नान को लेकर प्रशासन अलर्ट है। सरयू तट पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। गोताखोरों की तैनाती की जाएगी ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके। अधिकारियों ने तट का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर सुरक्षा तंत्र सतर्क।
संवाद सूत्र, अयोध्या। कार्तिक मेला अपने अंतिम पड़ाव की ओर है। आगामी पांच नवंबर को पूर्णिमा स्नान के साथ रामनगरी के इस विख्यात धार्मिक पर्व का समापन हो जाएगा। कार्तिक मेला के दौरान परिक्रमा की भांति स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। पर्याप्त संख्या में श्रद्धालु अभी भी रामनगरी के विभिन्न मंदिरों में एवं अन्य आश्रय स्थलों पर ठहरे हैं। वे स्नान पर्व के बाद ही अयोध्याधाम से अपने-अपने घरों को रवाना होंगे।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। सरयू तट पर निगरानी के अतिरिक्त प्रबंध किए गए हैं। अयोध्याधाम में कच्चा घाट, पक्का घाट, लक्ष्मणघाट, चौधरी चरण सिंह घाट व आरती घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान करते हैं।
इसके अतिरिक्त अयोध्या कैंट क्षेत्र में गुप्तारघाट पर भी श्रद्धालु पूर्णिमा स्नान के लिए उमड़ते हैं। नदी में हादसों को रोकने के लिए जल बैरीकेडिंग लगाने के साथ जल पुलिस, राष्ट्रीय एवं राज्य आपदा मोचन बल के अतिरिक्त करीब 45 की संख्या में निजी गोताखोरों को भी घाटों पर तैनात किया गया है।
श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अयोध्याधाम क्षेत्र में 16 से अधिक बैरियर लगाए गए हैं। नागेश्वरनाथ मंदिर की ओर आने वाले संपर्क मार्गों पर भी सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। मंगलवार से हाइवे एवं अयोध्याधाम में आंतरिक मार्गों पर 35 घंटे का यातायात डायवर्जन भी लागू हो जाएगा।
घाट ही नहीं, संपूर्ण मेला क्षेत्र की निगरानी के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। फोर्स की यह तैनाती मेला समाप्त होने तक रहेगी। आइजी प्रवीण कुमार एवं एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने मेला क्षेत्र का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

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