'सरकार नहीं हम देते हैं खाना', भर्ती बच्चे की मां को भोजन न देने पर वार्ड से हटाई गई नर्स
अयोध्या के जिला अस्पताल में एक महिला को भोजन देने से इनकार कर दिया गया जिससे तीमारदारों में आक्रोश है। एक बीमार बच्चे की नर्स ने भी सहायता करने से इनकार कर दिया जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। अस्पताल प्रशासन ने घटना की जांच और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने आरोपी नर्स को हटाने का आदेश दिया।

संवाद सूत्र, अयोध्या। जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में शनिवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। इससे तीमारदारों में आक्रोश दिखा। नवजात बच्चे को अकेले लेकर भर्ती मां को भोजन वितरित कर रही कर्मचारी ने खाना देने से मना कर दिया। इतना ही नहीं यहां तक कहा कि सरकार और अस्पताल भोजन नहीं देता, हम देते हैं। यह सुन कर पीड़िता भावुक हो गई और रोने लगी।
वार्ड में मौजूद अन्य स्टॉफ और तीमारदारों ने इस बर्ताव पर कड़ी नाराजगी जताई। दबाव में आकर उसे भोजन तो दिया, लेकिन मां इतनी आहत हो चुकी थी कि उसने खाने से इंकार कर दिया।
यह घटना तब और गंभीर हो गई जब उसी वार्ड में एक गंभीर रूप से बीमार बच्चे का कैनुला (वीगो) निकल जाने से ब्लड आता देख तीमारदार ने घबराहट में स्टाफ नर्स को सूचना दी, लेकिन नर्स ने न केवल उनकी बात अनसुनी की, बल्कि डांट कर भगा दिया।
ऐसा व्यवहार किसी एक के साथ नही कई मरीजों के साथ किया गया। इससे तीमारदारों में स्टाफ नर्स के खिलाफ काफी नाराजगी व्याप्त है।
अस्पताल के बच्चा वार्ड का यह हाल बेहाल है। शुक्रवार शाम को इब्राहिमपुर सोहावल की एक महिला अपने शिशु को उल्टी और दस्त की शिकायत होने पर जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड पहुंची थी, जिसे चिकित्सक ने भर्ती करके बाद में बच्चा वार्ड में शिफ्ट कर दिया था।
महिला का आरोप है कि रात से भर्ती हाेने के बाद से उसने कुछ खाया नहीं था। दोपहर में अस्पताल की तरफ से वितरित हाेने वाले भोजन को लेकर कर्मचारी पहुंचे थे, भूख अधिक लगी हाेने से जब भोजन के लिए गई तो महिला कर्मचारी ने देने से मना कर दिया, जिसका साथ पुरुष कर्मचारी देता रहा।
आराेप है कि खाना देने से मना करने के साथ यहां तक कहा गया कि सरकार और अस्पताल भोजन नहीं देते। इसे हम दे रहे हैं। इसे सुन वार्ड की स्टॉफ ही नही तीमारदारों ने भी विरोध किया तब भोजन दिया गया लेकिन महिला ने खाने से मना कर दिया।
वहीं, रात में ड्यूटी दे रही स्टॉफ नर्स के रवैये से तीमारदार दहशत में जी रहे हैं। तीमारदारों ने बताया कि बच्चे की जान पर बनी है। 11 बजे से नींद में मस्त स्टाफ नर्स से मदद मांगने गई तीमारदार सुनीता को डांट कर भगा दिया और गोद में लेकर बैठने की सलाह दे डाली।
इससे पूरी रात रोते बच्चे को लेकर मां बैठी रही है। अधीक्षक डा. अजय चौधरी ने प्रकरण को संज्ञान में लेकर वार्ड पहुंच कर तीमारदारों से वार्ता की और भोजन देने से मना करने के प्रकरण में कार्रवाई का आश्वासन दिया।
आरोपी स्टाफ नर्स की शिकायत सुबह मिली है। उसे बच्चा वार्ड से हटाया जा रहा है। इसके साथ दूसरी स्टाफ नर्सों को भी मरीजों और तीमारदारों के साथ अच्छा व्यवहार करने का निर्देश दिया गया है। -डॉ. राजेश सिंह, प्रभारी प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक।
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