Deepotsav 2024: दीपोत्सव में 250 VVIP व चार हजार अतिथि, नहीं मिला स्थान तो स्थगित हो सकता है ड्रोन शो
अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। 30 अक्टूबर को मुख्य आयोजन होगा जिसमें 250 वीवीआईपी और 4000 बाहरी अतिथि शामिल होंगे। जिले के प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने वीवीआईपी के लिए विशेष व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। होटल पहले से ही भरे हुए हैं इसलिए अतिथियों के लिए विभागीय गेस्ट हाउसों को तैयार किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। दीपोत्सव का मुख्य आयोजन 30 अक्टूबर को है। मंगलवार से विशिष्टजनों का आना शुरू हो जाएगा। लगभग 250 वीवीआईपी व चार हजार बाहर के अतिथि होंगे। प्रोटोकॉल के अनुसार, वीवीआईपी के बैठने, भोजन व ठहरने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश जिले के प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने दिया है। वीवीआईपी व अतिथियों के चलते करीब-करीब सभी होटल फुल हो चुके हैं।
ऐसे में अतिथियों को ठहराने की चुनौती का हल खोजने में प्रशासनिक अमला लगा है। अधिकारियों की नजर विभागीय गेस्ट हाउसों पर भी है। उनमें अतिथियों को रोकने के लिए उन्हें तैयार रखने का निर्देश संबंधित विभागों को दिया गया है।
जिले के प्रभारी मंत्री के हाथ में दीपोत्सव की कमान
परिक्रमा आदि के चलते सुरक्षा की दृष्टि से अभी से 14 जोन व 40 सेक्टर बनाए जाने की जानकारी दी गई। इन सबको दृष्टिगत कर तैयारियों को अंतिम रूप संबंधित विभाग देने में लगे हैं। दीपोत्सव की कमान जिले के प्रभारी मंत्री के हाथ में है। तैयारियों पर वह बारीकी से नजर रखे हैं।
विकास कार्यों की कलेक्ट्रेट में हुई समीक्षा बैठक में दीपोत्सव की तैयारियों के बारे में चर्चा हुई। जिले के प्रभारी मंत्री उस बैठक में शामिल रहे। मंत्री ने स्पष्ट किया कि गत वर्ष की गेस्ट लिस्ट से आमंत्रण पत्र न भेज कर नए लोगों को आमंत्रण देकर बुलाया जाए।
विधायक व भाजपा के जिलाध्यक्ष से आमंत्रण के बारे में चर्चा जरूर कर लें। 40 सर्वजातीय मंदिरों में दीपोत्सव के लिए तेल, दीप, रुई व मोमबत्ती व अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के साथ उनको आमंत्रण भी देना है।
नहीं मिला स्थान तो स्थगित हो सकता है ड्रोन शो
दीपोत्सव के आठवें संस्करण में जहां 25 लाख दीपोंं का प्रज्वलन और एक साथ 1100 अर्चकों के सरयू महाआरती कर नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया जाना है तो वहीं एक साथ 500 ड्रोन का शो भी प्रस्तावित किया गया है।
इनके अलावा राम की पैड़ी पर प्रोजेक्शन लाइटिंग, फ्लैम शो, आतिशबाजी, विभिन्न स्थानों पर रामलीला का मंचन, देसी-विदेशी कलाकारों का नृत्य-संगीत आदि कार्यक्रम होने हैं। इन आयोजनों की तैयारी तो लगभग पूर्ण हो चुकी है, लेकिन ड्रोन शो से संबंधित तैयारी अपूर्ण बताई जा रही है।
अभी तक स्थान का चयन नहीं
दरअसल, ड्रोन शो के लिए अभी तक स्थान का चयन नहीं हो पाया है। राम की पैड़ी व नया घाट पर विभिन्न आयोजन प्रस्तावित होने के कारण इसके लिए स्थान नहीं मिल पा रहा है।
पर्यटन विभाग के उप निदेशक आरपी यादव कहते हैं, 500 ड्रोन शो का आयोजन प्रस्तावित जरूर है, पर इसके लिए न तो अभी अनुमति मिल पाई है, न ही स्थान चिह्नित हो पाया है। एक-दो स्थान कुछ दिन पूर्व देखे गए थे, लेकिन वहां पर्याप्त स्थान नहीं सुलभ हो पा रहा है।
यदि अनुमति मिल गई और अधिकारी सहमत हुए तो इसे सरयू नदी के बीच किसी टापू जैसे स्थान पर कराया जा सकता है। अन्यथा, ड्रोन शो का आयोजन स्थगित भी किया जा सकता है। यद्यपि अभी इस संबंध में अंतिम निर्णय उच्चाधिकारियों के स्तर पर लिया जाना है।
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