सावधान! फर्जी पार्सल के जरिए हो रही है साइबर ठगी, अयोध्या में महिला को लगी एक लाख 45 हजार की चपत
साइबर अपराधियों ने ठगी का नया तरीका अपनाया है। ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर फर्जी पार्सल भेजकर लोगों को ठगा जा रहा है। अयोध्या में एक महिला के साथ ऐसी ही घटना हुई जहां उसके खाते से एक लाख 45 हजार रुपये पार कर दिए गए। साइबर क्राइम थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जानिए कैसे आप खुद को इस तरह की ठगी से बचा सकते हैं।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। अगर आप के घर कोई अनचाहा पार्सल आ जाए तो कतई रिसीव न करें। पार्सल लाने वाला कितना भी हेल्पलाइन पर बात करने के लिए बोले मत करिये। यदि आप ने उसका कहा मान कर बातचीत की तो अपनी जमा पूंजी गंवा बैठेंगे।
साइबर अपराधियों ने ठगी के लिए अब नया दांव अपनाना शुरू किया है। आनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर फेक पार्सल भेज कर लोगों को ठगा जा रहा है। शहर में ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है, जिसमें फर्जी पार्सल भेज कर एक महिला के खाते से एक लाख 45 हजार रुपये पार कर दिए गए। इसकी प्राथमिकी साइबर क्राइम थाने में दर्ज कराई गई है।
क्या है मामला?
घटना चार अगस्त की है। गद्दोपुर निवासी एक महिला के घर एक युवक कोरियर लेकर पहुंचा। महिला ने उसे बताया कि उसने कोई आर्डर नहीं किया है। इसके बाद युवक ने पार्सल भेजने वाले ग्लोरोड कस्टमर केयर से बात करके पार्सल वापस कराने के लिए कहा। महिला ने गूगल से संबंधित फर्म का कस्टमर केयर का नंबर प्राप्त करके संपर्क किया।
हेल्पलाइन नंबर पर उपस्थित व्यक्ति ने वीडियो काल करके प्रोडक्ट देखा और उसका स्क्रीन शाट मांगा। स्क्रीन शाट शेयर होने के बाद पुन: कस्टमर केयर से वीडियो काल आई, लेकिन संदेह होने पर महिला ने काल रिसीव नहीं की। इसके बाद महिला के खाते से दो लाख 20 हजार रुपये कटने का फेक एसएमएस आया।
इसके बाद कस्टमर केयर से लगातार महिला के पास वीडियो काल आना शुरू हो गया। महिला ने सोचा कि कस्टमर केयर वालों ने गलती से रुपये काट लिए हैं। इसलिए महिला ने वीडियो काल रिसीव कर लिया। कस्टमर केयर से बताया गया कि गलती से रुपये काट लिए गए हैं।
इसके बाद उन्होंने मोबाइल की स्क्रीन शेयर करने के लिए कहा। रुपये वापस पाने की लालसा में महिला ने स्क्रीन शेयर कर दी। इसके बाद महिला के खाते से 95 हजार 989 रुपये काट लिए गए। कस्टमर केयर से फिर फोन आया और कहाकि रुपये वापस नहीं जा रहे हैं। अब डेबिट कार्ड दिखाना होगा।
विश्वास में आकर महिला ने अपने डेबिट कार्ड की जानकारी भी साझा कर दी। उसके बाद पुन: 50 हजार रुपये महिला के खाते से निकाल लिए गए। महिला ने इसकी सूचना तत्काल बैंक को देकर अपना खाता और डेविट कार्ड सीज करा दिया, लेकिन तब तक भुक्तभोगी के खाते से एक लाख 45 हजार रुपये निकाले जा चुके थे।
विवेचना कर रहे निरीक्षक चंद्रभान यादव ने बताया कि छानबीन में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं, जिसके आधार पर विवेचना को आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना शशिकांत यादव ने बताया कि प्रकरण की जांच चल रही है। उनका कहना है कि लोग साइबर ठगी को लेकर सचेत रहें। इसको लेकर लोगों के बीच जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
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