Ayodhya News: IGNCA करेगा राम और रामकथा संबंधी पुरावशेषों का संरक्षण, ट्रस्ट ने केंद्र के साथ किया एमओयू
अयोध्या के अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में भगवान राम और रामायण से संबंधित पुरावशेषों के संरक्षण के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के साथ समझौता किया है। मंदिर निर्माण के बाद संग्रहालय का जीर्णोद्धार किया जा रहा है और इसे अगले वर्ष अप्रैल तक खोला जाएगा। विभिन्न पुरावशेषों को संरक्षित करने के लिए यह अनुबंध किया गया है।
लवलेश कुमार मिश्र, अयोध्या। अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में प्रदर्श के रूप में रखे जाने वाले भगवान श्रीराम, रामायण व रामकथा से संबंधित विभिन्न पुरावशेषों के संरक्षण एवं परिरक्षण के लिए अनुबंध की प्रक्रिया शुरू हो गई है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आइजीएनसीए) से एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) साइन किया है।
एमओयू के बाद अब संग्रहालय में प्रदर्शित किए जाने वाले पुरावशेषों के क्षतिग्रस्त होने, खराब हो जाने या उन्हें संरक्षित किए जाने को लेकर कला केंद्र के प्रतिनिधि सुझाव देंगे या स्वयं इस दिशा में कार्य करेंगे।
राम मंदिर निर्माण के उपरांत योगी सरकार ने सरयू तट पर स्थित अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय को श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को हस्तांतरित कर दिया है। ट्रस्ट की ओर से संग्रहालय का गत वर्ष से ही जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। मंदिर निर्माण समिति इससे संंबंधित कार्यों का सतत मूल्यांकन व समीक्षा भी कर रही है।
संग्रहालय को अगले वर्ष अप्रैल माह तक रामभक्तों के लिए खोलने की तैयारी है। संग्रहालय की विभिन्न वीथिकाओं (गैलरी) में भगवान राम, रामायण व रामकथा से संबंधित विभिन्न वस्तुओं व पुरावशेषों को संरक्षित कर प्रदर्शन के रूप में रखा जाएगा।
इसके लिए देश भर से पुरावशेषों की खोज भी हो रही है और कुछ पूर्व से भी संग्रहालय में संरक्षित थे। प्रदर्श के रूप में रखे पुरावशेषों व विभिन्न वस्तुओं का संरक्षण कैसे किया जाए, कौन-सी विधि अपनाई जाए और किसी पुरावशेष के क्षतिग्रस्त होने, खराब होने पर कैसे उन्हें जोड़ा जाए, इसको लेकर राम मंदिर ट्रस्ट ने केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के स्वायत्त न्यास इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र से पहला एमओयू साइन किया है।
सूत्रों का कहना है कि वार्ता के पश्चात कुछ दिनों पूर्व आइजीएनसीए की ओर से एक प्रपत्र अयोध्याधाम भेजा गया था। उस पर ट्रस्ट की ओर से महासचिव चंपतराय ने हस्ताक्षर किए हैं। जल्द ही कुछ अन्य संस्थाओं व संग्रहालयों से भी अनुबंध की प्रक्रिया पूरी की जा सकती है। इसके लिए भी प्रयास चल रहा है।
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