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    Ayodhya Ram Mandir: पांच स्तरीय सुरक्षा घेरे में 25 को होगा ध्वजारोहण, 15 दिन पहले आएगी एसपीजी टीम

    By Rama Sharan Awasthi Edited By: Dharmendra Pandey
    Updated: Sat, 08 Nov 2025 05:38 PM (IST)

    Ayodhya Ram Mandir:पांच अगस्त 2020 को भूमि पूजन और 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा करने के बाद अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निर्माण की पूर्णता का संदेश देने के लिए ध्वजारोहण करने भी पहुंच रहे हैं।

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    अयोध्या : रामजन्मभूमि परिसर

    लवलेश कुमार मिश्र, जागरण अयोध्या : रामजन्मभूमि परिसर में 25 नवंबर को होने वाला ध्वजारोहण समारोह पांच स्तरीय सुरक्षा घेरे में संपन्न होगा। आयोजन में मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति रहने के कारण कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा तो स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की निगरानी में रहेगी, परंतु पूरा परिसर एनएसजी व एटीएस कमांडो और सीआरपीएफ, पुलिस, पीएसी, एसएसएफ के नियंत्रण में रहेगा।

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    एसपीजी की टीम यहां 15 दिन पहले पहली बार नौ या दस नवंबर को आ रही है। टीम आयोजन की संपूर्ण जानकारी लेकर वहां पर आवश्यकतानुसार संशोधन करने के उपरांत मुख्य आयोजन से सात दिन पूर्व कार्यक्रम स्थल को अपने नियंत्रण में ले लेगी।

    पांच अगस्त 2020 को भूमि पूजन और 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा करने के बाद अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निर्माण की पूर्णता का संदेश देने के लिए ध्वजारोहण करने भी पहुंच रहे हैं। यद्यपि अभी तक उनके आगमन से संबंधित कोई आधिकारिक जानकारी नहीं प्राप्त हुई है, परंतु प्रधानमंत्री का यहां कार्यक्रम में सम्मिलित होना लगभग तय माना जा रहा है। इसी कारण आयोजन की तैयारियों के साथ सुरक्षा का खाका भी खींचा जाने लगा है।

    प्रधानमंत्री की उपस्थिति होने से इससे जुड़े प्रत्येक चरण की समीक्षा की जा रही है। ध्वजारोहण के अतिरिक्त प्रधानमंत्री का दर्शन और निर्माण में संलग्न श्रमिकों व अभियंताओं से संवाद करने का भी कार्यक्रम ट्रस्ट ने बनाया है, इसलिए हर पहलू पर व्यापक विमर्श किया जा रहा है। सुरक्षा से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार प्रधानमंत्री के आगमन के पश्चात परिसर की सुरक्षा सघन हो जाएगी।

    पांच स्तरीय सुरक्षा घेरे में आयोजन को संपन्न कराया जाएगा। प्रथम स्तर पर मोर्चा एसपीजी संभालेगी तो दूसरे स्तर पर नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) व तीसरे स्तर पर आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के कमांडो और चौथे पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) व पांचवें स्तर पर उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान मुस्तैद रहेंगे। पुलिस, पीएसी के साथ विशेष राज्य बल (एसएसएफ) के जवान भी सम्मिलित रहेंगे। इसके अतिरिक्त इंटेलीजेंस ब्यूरो, मिलिट्री इंटेलीजेंस व स्थानीय अभिसूचना इकाई से जुड़े अधिकारी व जवान भी सक्रिय रह कर प्रत्येक गतिविधि पर नजर बनाए रखेंगे।

    एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने बताया कि एसपीजी की टीम पहले नौ या दस नवंबर को आएगी और सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी लेगी। यदि पीएम के कार्यक्रम में किसी संशोधन की आवश्यकता होगी तो उसे पीएमओ स्तर से फाइनल कराने के बाद 17 या 18 नवंबर से आयोजन स्थल की कमान संभाल लेगी। तब एसपीजी के अधिकारी ही सुरक्षा से संबंधित समस्त निर्णय लेंगे। मुख्य आयोजन के दिन बड़ी संख्या में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की भी तैनाती रहेगी। इसका निर्णय एसएसपी के स्तर से होगा।