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    UP News: सात हजार आउटसोर्स कर्मचारियों की चमकी किस्मत, अब तीन साल के लिए होगी नियुक्ति; जानें कितनी होगी सैलरी?

    Updated: Thu, 04 Sep 2025 06:37 AM (IST)

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में आउटसोर्स कर्मचारियों को राहत देते हुए नियुक्ति की अवधि तीन वर्ष और मानदेय 18-20 हजार रुपये निर्धारित किया। जिले के विभिन्न विभागों में कार्यरत लगभग सात हजार कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा जिनमें नगर निगम बिजली और चिकित्सा विभाग के कर्मचारी शामिल हैं। सरकार की इस नई नीति से कर्मचारियों में खुशी की लहर है।

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    सात हजार आउटसोर्स कर्मचारियों की चमकी किस्मत (File Photo)

    जागरण संवाददाता, अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आउटसोर्स कर्मचारियों को बड़ी राहत दे दी है। अब इनकी नियुक्ति कम से कम तीन वर्ष के लिए होगी और 18 से 20 हजार रुपये मानदेय निर्धारित किया जाएगा।

    इस सूचना से आउटसोर्सिंग पर कार्यरत कर्मचारियों की बांछें खिल गई हैं। जिले के अलग-अलग विभागों में लगभग सात हजार से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। इसमें नगर निगम, बिजली, चिकित्सा विभाग में सर्वाधिक कर्मचारियों की नियुक्ति हुई है।

    नगर निगम में सर्वाधिक तीन हजार चार सौ 50 कर्मचारी आउटसोर्स पर कार्यरत हैं। इनमेंं स्वच्छता कर्मी, तकनीकी कर्मचारी व सुपरवाइजर, आपरेटर, चालक आदि हैं। इसी तरह चिकित्सा विभाग में 1180 कर्मचारियों की नियुक्ति है।

    इसके अलावा पावर कॉरपोरेशन में 1150 कर्मचारी सेवा दे रहे हैं। पंचायतीराज विभाग में 40, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में 32, मनरेगा में 11, कृषि विभाग में 32, बेसिक शिक्षा विभाग में लगभग 40, अयोध्या विकास प्राधिकरण में 20 कर्मचारी तैनात हैं।

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    नगर पंचायत गोसाईंगंज के जलकल, सफाई व गौशाला में 50 कर्मचारी कार्यरत हैं। नगर पंचायत कुमारगंज में 70, बीकापुर में 65, सुचित्तागंज नगर पंचायत में 70, रुदौली नगर पालिका परिषद में 223 आउट सोर्स कर्मचारी हैं।

    डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय व आचार्य नरेंद्रदेव कृषि विवि में मिलाकर डेढ़ सौ से अधिक आउटसोर्स कर्मचारी कार्यरत हैं। कई अन्य विभागों में भी इस तरह के सौ से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। सरकार की बदली नीति से इन सभी को लाभ मिलने का रास्ता खुल गया है।

    जिला सेवायोजन अधिकारी शैलेंद्र शुक्ला ने बताया कि अभी केंद्रीयकृत कोई ऐसी व्यवस्था नहीं है कि आउट सोर्सिंग पर रखे गये कर्मचारियों की सटीक संख्या पता चल सके। अलग- अलग विभागों में इनकी नियुक्ति की अलग-अलग पालिसी व वेंडर हैं।

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