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    Ayodhya News: सरयू नदी पर चार किमी लंबा पुल बनाने के लिए सरायरासी माझा में बसी नई दुनिया

    By Anand Mohan Pandey Edited By: Dharmendra Pandey
    Updated: Mon, 15 Dec 2025 12:00 AM (IST)

    Ayodhya Newsः  पांच मीटर ऊंचाई में हो रही मिट्टी पटाई से रमपुरवा व उसके आसपास के ग्रामीणों का कहना है कि चकरोड के पास अगर दूसरा अंडरपास नहीं बनाया गया ...और पढ़ें

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    निर्माण में लगे श्रमिकों से माझा में नई दुनिया 

    जागरण संवाददाता, अयोध्या: सरयू नदी पर सरायराशी माझा से बस्ती जिले के माझा तक बनने वाले 42 सौ मीटर लंबे रिंग रोड के पुल में से करीब एक किमी लंबाई में तेजी से पिलर निर्माण शुरू है। इसी के ठीक बगल सरयू नदी बह रही है।

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    एक किमी लंबाई में निर्माण में लगे श्रमिकों से माझा में नई दुनिया बस गई है। छोटी-बड़ी सैकड़ों मशीनें निर्माण में लगी हैं। 67 किमी लंबाई में रिंग रोड का निर्माण की अनुमानित लागत ढाई हजार करोड़ रुपये है। 2027 के अंत तक इसे तैयार किया जाना है। कार्यदायी संस्था राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) है।

    सरयू नदी पर दो पुलों का निर्माण होना है। एक सोहावल के मंगलसी व रमपुरवा गांव के बीच सरयू नदी पर 17 सौ मीटर लंबा जो ब्योंदा माझा (तरबगंज) से जुड़ेगा। यही से लगभग एक किमी की दूरी पर सरयू नदी पर दूसरा पुल ढेमवा घाट पर है जिसका निर्माण कई वर्ष पहले सेतु निगम कराया है।

    पांच मीटर ऊंचाई में हो रही मिट्टी पटाई से रमपुरवा व उसके आसपास के ग्रामीणों का कहना है कि चकरोड के पास अगर दूसरा अंडरपास नहीं बनाया गया तो खेत में पहुंचने के लिए दो किमी का चक्कर काटना होगा। सरयू नदी पर दूसरा पुल एनटीपीसी सोलर प्लांट से शुरू होकर सरायराशी माझा से बस्ती जिले के माझा तक 42 सौ मीटर लंबा है। रिंग रोड अयोध्या, बस्ती व गोंडा जिले को एक-दूसरे से जोड़ेगा। निर्माण से इसके शहर में ट्रैफिक का दबाव घटेगा।

    यह अयोध्या-लखनऊ-गोरखपुर, अयोध्या-रायबरेली, अयोध्या-प्रयागराज, अयोध्या-अंबेडकरनगर हाईवे को जोड़ेगा। रिंग रोड निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण लगभग पूरा हो चुका है। ओवरब्रिज, अंडरपास आदि के निर्माण के अलावा मिट्टी की पटाई भी तेज है। पांच मीटर ऊंचाई में मिट्टी की पटाई हो रही है।

    डंपरों के आवागमन से आसपास के गावों के लोगों का धूल की वजह से रहना मुश्किल हो गया है। निर्माण एजेंसी धूल उड़ने से बचाने के लिए पानी का छिड़काव तक नहीं करा रही है जिससे ग्रामीणों का आवागमन मुश्किल है। ग्रामीणों की शिकायत की सुनवाई न होने से वे परेशान हैं।