अनोखा होगा अयोध्या का नया डाकघर, रेलवे स्टेशन-एयरपोर्ट के बाद राम मंदिर के मॉडल पर बनेगा एक और सरकारी भवन
डाकघर लेआउट और योजना दोनों को आचार संहिता लागू होने से पूर्व स्वीकृति मिल गई है। योजना 18 करोड़ रुपये की है। डाक विभाग की इस योजना को रेलवे मूर्त रूप प्रदान करेगा। इसे आकर देने की जिम्मेदारी रेलवे के उप मुख्य अभियंता ऋषि यादव को दी गई है। क्रियान्वयन को लेकर पत्र भी रेलवे के पास पहुंच गया है।
रवि प्रकाश श्रीवास्तव, अयोध्या। रामनगरी के बेगमपुरा में डाकघर के नए भवन का निर्माण कराया जाएगा। डाकघर का भवन मंदिर के माडल पर विकसित किया जाएगा। रामनगरी में यह तीसरा सरकारी प्रतिष्ठान होगा, जो मंदिर माडल के रूप में विकसित होगा। इससे पहले अयोध्याधाम जंक्शन और एयरपोर्ट मंदिर माडल पर बनाया गया है।
रेल एवं संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के निर्देश पर इस योजना की रूपरेखा तैयार की गई है। अयोध्याधाम के डाकघर का लेआउट बन कर तैयार हो चुका है, जो देखने मे काफी सुंदर है। यह लेआउट उसी म्यूरल एज ने बनाया है, जिसने अयोध्याधाम जंक्शन और अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का माडल तैयार किया था।
अयोध्या डाकघर भवन के एक भाग में संग्रहालय प्रस्तावित किया गया है। इस संग्रहालय में भारतीय डाक टिकटों का संग्रह होगा। जिससे यहां आने वाले श्रद्धालु और भावी पीढ़ी डाक के इतिहास से अवगत हो सके। इस म्यूजियम में भगवान राम पर जारी किए गए डाक टिकटों की भी श्रृंखला भी देखने को मिलेगी।
डाकघर लेआउट और योजना दोनों को आचार संहिता लागू होने से पूर्व स्वीकृति मिल गई है। योजना 18 करोड़ रुपये की है। डाक विभाग की इस योजना को रेलवे मूर्त रूप प्रदान करेगा। इसे आकर देने की जिम्मेदारी रेलवे के उप मुख्य अभियंता ऋषि यादव को दी गई है। क्रियान्वयन को लेकर पत्र भी रेलवे के पास पहुंच गया है।
जल्द ही रेलवे के अभियंता और डाक विभाग के अधिकारियों का संयुक्त दल सर्वे शुरू करेगा। लखनऊ की संस्था म्यूरल एज के आर्किटेक्ट नमित अग्रवाल ने डाकघर की भव्य अनुकृति बनाई है। यह भवन 1250 वर्गमीटर में बनेगा, जिसमें बेसमेंट के अतिरिक्त भूतल और प्रथम तल होगा।
भूतल पर कार्यालय और म्यूजियम प्रस्तावित किया गया है, जबकि प्रथम तल पर अधिकारियों के लिए सुसज्जित विश्राम कक्ष होंगे। यह पूरा भवन आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा। मंदिर की भांति भवन को भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए इसके शीर्ष पर चार पिरामिड और एक मुख्य शिखर होगा।