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    शौचालय बनने के बाद मायके से पति के घर लौटी विवाहिता, ‘टायलेट एक प्रेम कथा’ फिल्म से मिलता जुलता प्रसंग

    By Ravi SrivastavaEdited By: Siddharth Chaurasiya
    Updated: Wed, 06 Sep 2023 06:17 PM (IST)

    वर्ष 2017 में आई अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर की फिल्म ‘टायलेट एक प्रेम कथा’ बहुत लोकप्रिय हुई थी। यह फिल्म ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय की समस्या पर आधारित थी। इस फिल्म में केशव (अक्षय कुमार) की पत्नी जया (भूमि) ससुराल को छोड़ कर सिर्फ इसलिए मायके चली गई थी क्योंकि पति के घर में शौचालय नहीं था। शौचालय बनने के बाद जया वापस ससुराल आई।

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    खुले में शौच करने के लिए मजबूर होने के बाद एक महिला पति का घर छोड़ मायके चली गई।

    रविप्रकाश श्रीवास्तव, अयोध्या। वर्ष 2017 में आई अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर की फिल्म ‘टायलेट एक प्रेम कथा’ बहुत लोकप्रिय हुई थी। यह फिल्म ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय की समस्या पर आधारित थी। इस फिल्म में केशव (अक्षय कुमार) की पत्नी जया (भूमि) ससुराल को छोड़ कर सिर्फ इसलिए मायके चली गई थी क्योंकि पति के घर में शौचालय नहीं था। शौचालय बनने के बाद जया वापस ससुराल आई।

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    रामनगरी में भी इस फिल्म से मिलता-जुलता एक प्रसंग सामने आया है। खुले में शौच करने के लिए मजबूर होने के बाद एक महिला पति का घर छोड़ मायके चली गई। इस सत्य घटना और फिल्म में अंतर सिर्फ कुछ तथ्यों का है। फिल्म का केशव अपनी पत्नी जया से बहुत प्रेम करता था, लेकिन रामनगरी की जया को पति का थोड़ा उत्पीड़न भी झेलना पड़ा। घर में शौचालय न होने की समस्या भी दोनों के बीच अनबन का प्रमुख कारण बनी। रामनगरी के केशव और जया मिल्कीपुर तहसील के पिपरी करमडांडा गांव निवासी हैं।

    वर्ष 2022 में दोनों का विवाह हुआ था। ससुराल में पारिवारिक विवाद के कारण दंपती को घर से अलग कर दिया गया। दोनों के हिस्से में, जो घर आया वहां शौचालय नहीं था। महिला ने कई बार पति से शौचालय बनवाने के लिए कहा, लेकिन उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया। पति से विवाद और घर में शौचालय न होने के कारण गत दस मई को महिला अपने मायके चली गई। सुलह समझौते के लिए दंपती के बीच हुआ विवाद पुलिस परामर्श केंद्र पहुंच गया।

    केंद्र के प्रभारी देवेंद्र पांडेय के प्रयास से दंपती के बीच रिश्तों में आई खटास तो मिट गई, लेकिन शौचालय बनवाने की बात पर महिला की जिद कायम रही। अंतत: उसके पति ने शौचालय का निर्माण कराया, जिसके बाद महिला वापस अपनी ससुराल आयी। दोनों अब प्रसन्नता पूर्वक रह रहे हैं। बुधवार को परिवार परामर्श केंद्र में दोनों को बुलाया गया, जहां मिठाई खिला कर उन्हें सफल वैवाहिक जीवन की शुभकामनाओं के साथ विदा किया गया। महिला का कहना है कि घर में शौचालय को लेकर सभी को सचेत होना चाहिए। स्वच्छता के साथ-साथ महिलाओं की इज्जत का भी सवाल है। समाज खुले में शौच के अभिशाप से मुक्त होना चाहिए।

    ऐसी घटनाएं समाज की आंखें खोलने वाली हैं। सरकार स्वच्छता पर विशेष ध्यान दे रही है। लोगों को भी जागरूक होना चाहिए। महिला ने घर में शौचालय बनाने की मांग उठाई थी, जो जायज है। दोनों के बीच पहले से कुछ पारिवारिक विवाद भी था। महिला के पति को घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित किया गया। शौचालय बनने के बाद महिला अपने पति के साथ राजी खुशी रहने के लिए परिवार परामर्श केंद्र से विदा हुई।

    देवेंद्र पांडेय, प्रभारी परिवार परामर्श केंद्र