CM Yogi का ड्रीम प्रोजेक्ट, राम मंदिर के बाद अब अयोध्या में बसेगा दीपोत्सव गांव, चिह्नित हुई भूमि
अयोध्या में योगी सरकार दीपोत्सव गांव बसाने जा रही है। यह गांव रामचौरा गौराघाट पर बसाया जाएगा जो भगवान राम का पहला विश्राम स्थल था। यहां दीपोत्सव के लिए दीपों की आपूर्ति करने वाले कुम्हारों को बसाया जाएगा। इस परियोजना के लिए ढाई करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। पर्यटकों के लिए यह एक दर्शनीय स्थल होगा जिससे कुम्हारों को रोजगार मिलेगा।

प्रमोद दुबे, अयोध्या। रामनगरी का दीपोत्सव वैश्विक फलक पर भी अपनी आभा बिखेरता है। अन्य देशों के लिए यह उत्सव आकर्षण का केंद्र है। अब योगी सरकार रामनगरी में दीपोत्सव गांव बसा कर इसके आकर्षण में एक और सितारा जड़ने जा रही है। इसके लिए भूमि चिह्नित कर ली गई है। यह गांव वन गमन के दौरान भगवान राम के प्रथम विश्राम स्थल रामचौरा गौराघाट पर बसाया जाएगा।
यह स्थल तारुन ब्लाक की गयासपुर ग्रामसभा से सट कर बहने वाली पौराणिक नदी ‘तमसा’ के तट पर स्थित है। यहां पर दीपोत्सव के लिए दीपों की आपूर्ति करने वाले कुम्हारों को बसाने की योजना है। दीपोत्सव गांव की पहचान कुम्हारों से होगी। इसके निर्माण के लिए करीब ढाई करोड रुपये आवंटित किए गए हैं।
यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है। गत कई माह से अधिकारियों की टीम जिले भर में भ्रमण कर भूमि की तलाश कर चुकी है, लेकिन प्राथमिकता भगवान राम के प्रथम विश्राम स्थल रामचौरा गौराघाट को मिली। गांव बसाने के बाद दीपोत्सव के लिए दीपों की आपूर्ति भी इसी गांव से कराने की योजना है।
यह पर्यटकों के लिए दर्शनीय स्थल होगा। कुम्हारों की जीवन शैली को यहां आकर देखा व महसूस किया जा सकेगा। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के अधिशासी अभियंता के निजी सचिव शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि दीपोत्सव विलेज के लिए सहायक अभियंता रत्नेश कुमार, अर्बन आर्किटेक्ट लखनऊ के अंकित शुक्ल ने इस गांव को बसाने के लिए पर्यटन विभाग की भूमि तय कर दी।
यहां पर छोटी- छोटी दुकानें निर्माण और चाक रख कर बर्तन निर्माण के लिए टीन शेड दुकानों के सामने निर्मित किया जाएगा, जिन्हें प्राथमिकता के आधार पर पहले इसी ग्रामसभा के कुम्हारों को आवंटित किया जाएगा, जो मिट्टी के दीप व आकर्षक बर्तन निर्मित करेंगे।
सरकार को सराहा, बढ़ेगा रोजगार का अवसर
दीपोत्सव विलेज बनाये जाने की जानकारी होने के बाद ग्रामसभा के कुम्हारों में खुशी देखने को मिल रही है। इसके लिए विभाग की तरफ से मांगी गई आधार कार्ड और बैंक पासबुक की फोटो कापी भी पर्यटन विभाग को सौंप रहे हैं।
दिलीपपुर निवासी कृष्ण कुमार प्रजापति ने बताया कि वे अभी दीपों के अलावा छोटे बर्तन ही बनाते थे, लेकिन दुकान और उसे बेचने का प्लेटफार्म मिलने पर और अच्छी डिजाइन वाले बर्तन बना कर बेचे जाएंगे। सकतपुर निवासी रामतीरथ प्रजापति ने बताया कि जांच में आए अधिकारियों के कहने पर आधार कार्ड और बैंक पासबुक की फोटो कापी दे दी है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार के इस प्रयास से कुम्हारों को रोजगार मिल जाएगा।
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