अयोध्या में दुष्कर्म के बाद हत्या के आरोपी का एनकाउंटर; प्रेमिका से दुष्कर्म, फिर गला घोंटकर मारा था
अयोध्या के पलिया शाहबदी कांड में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। युवती की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई जिसमें नामजद आरोपी आलोक निषाद निर्दोष पाया गया। पड़ोस के गांव दीपापुर के उसके प्रेमी राजू यादव ने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। आरोपी ने पुलिस से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस मुठभेड़ में वह घायल हो गया।

जागरण संवाददाता, अयोध्या। पलिया शाहबदी कांड में चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई है। युवती की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई थी। इस वारदात में नामजद आरोपी आलोक निषाद की कोई भूमिका नहीं मिली है।
पड़ोस के गांव दीपापुर निवासी उसके प्रेमी ने दुष्कर्म के बाद युवती की हत्या की थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े जाने के बाद पुलिस उसे घटनास्थल पर मोबाइल बरामदगी के लिए ले गई थी, जहां उसने उप निरीक्षक का रिवाल्वर छीन कर पुलिस पर फायरिंंग का प्रयास किया।
जवाब में पुलिस फायरिंग में आरोपित के पैर में गोली लगी है। सोमवार को एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने वारदात का रहस्योद्घाटन किया।
एसएसपी ने बताया कि रविवार की सुबह पलिया शाहबदी गांव में एक युवती का अर्धनग्न शव मिला था। इस मामले में मृतका के स्वजन ने मिल्कीपुर के गहनागन निवासी आलोक निषाद को नामजद किया था। आलोक से युवती की शादी होने वाली थी।
पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर सर्विलांस के माध्यम से जांच शुरू की तो कहानी ही पलट गई। दीपापुर निवासी राजू यादव ने युवती की हत्या की थी। राजू ने बताया कि वह कई महीनों से युवती से फोन पर बातचीत करता था।
वह युवती से शादी करना चाहता था, लेकिन दोनों की जाति अलग-अलग होने के कारण युवती राजी नहीं हुई। राजू लगातार युवती पर दबाव बना रहा था। शनिवार की रात भी उसने फोन पर युवती से मिलने का दबाव बनाया। रात करीब एक बजे तक दोनों के बीच फोन पर बात हुई इसके बाद युवती उससे मिलने बाग में चली गई।
राजू ने युवती से शारीरिक संबंध बनाना चाहा तो उसने विरोध किया। इसके बाद आरोपित ने जबरिया उसके साथ दुष्कर्म किया और बाद में गला दबा कर हत्या कर दी। इसके बाद शव को बाग से ले जाकर खेत में फेंक दिया।
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