राम की पैड़ी पर लेजर शो, दीपों की रोशनी में जगमगाते घाट; अयोध्या में भव्य दीपोत्सव
उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद अयोध्या की तस्वीर बदल गई है। योगी सरकार ने दीपोत्सव के माध्यम से रामनगरी को विश्व मानचित्र पर स्थापित किया है। रामलला के विराजमान होने के बाद दीयों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है। इस वर्ष दीपोत्सव के नौवें संस्करण में 26 लाख से अधिक दीये जलाकर एक नया रिकॉर्ड बनाया गया। यह आयोजन अयोध्यावासियों के लिए एक महत्वपूर्ण उत्सव बन गया है।

पौराणिक स्थल श्रृंगीऋषि आश्रम घाट पर दीपोत्सव का दृश्य: जागरण
लवलेश कुमार मिश्र, जागरण अयोध्या । प्रदेश की सत्ता में परिवर्तन हुआ तो अयोध्या की तस्वीर भी बदलने लगी। समय के साथ रामनगरी अपने त्रेतायुगीन वैभव को वापस पाती दिखी तो योगी सरकार के दीपोत्सव के माध्यम से प्रतिवर्ष नई लकीर खींच कर पूरे विश्व का ध्यान अपनी ओर खींचने लगी।
देखते ही देखते यह पहल रामभक्तों के आकर्षण का केंद्र बनती चली गई। पांच सौ वर्षों के संघर्ष के प्रतिफल के रूप में जन्मभूमि पर रामलला विराजमान हुए तो न केवल दीयों की संख्या बढ़ती गई, बल्कि देश-दुनिया के भक्तों को भी आमंत्रित करने लगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से पौने दो लाख प्रज्वलित दीयों से शुरू किया गया दीपोत्सव का सफर अब अपने नौवें संस्करण में 26 लाख से अधिक दीपकों तक पहुंच चुका है। रविवार को फिर रामनगरी ने एक साथ 26 लाख से ज्यादा प्रज्वलित दीपों का इतिहास रच कर पूरी दुनियां का ध्यान अपनी ओर खींचा।
भगवान श्रीराम के चौदह वर्षों के वनवास से लौटने और लंका विजय की खुशी को योगी सरकार ने अयोध्यावासियों के साथ मनाने का निर्णय वर्ष 2017 में लिया था। तत्समय दीपोत्सव के प्रथम अध्याय में रामनगरी के लोगों ने एक साथ 1.71 लाख दीयों को प्रज्वलित कर रिकार्ड बनाया था। इसके बाद तो जैसे-जैसे वर्ष बीतते गए, दीपोत्सव का आकर्षण बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार हर अध्याय में नया लक्ष्य तय करती रही और स्वयं सीएम योगी आदित्यनाथ इसके हर संस्करण में उपस्थित रह कर रामनगरी का उत्साहवर्द्धन करते रहे।
इसी की परिणति रही कि वर्ष 2018 के दूसरे दीपोत्सव में अयोध्या के विभिन्न सरयू घाटों व राम की पैड़ी पर तीन लाख एक हजार दीये प्रज्वलित कर नया कीर्तिमान बनाया गया तो 2019 के तीसरे संस्करण में 4.04 लाख दीये, 2020 के चौथे संस्करण में 6.06 लाख दीप, वर्ष 2021 के पांचवें संस्करण में 9.41 लाख दीये, 2022 के छठवें अध्याय में 15.76 लाख दीये, वर्ष 2023 के सातवें संस्करण में 22.23 लाख दीये और वर्ष 2024 के आठवें संस्करण में 25 लाख 12 हजार 585 दीयों को प्रज्वलित कर नया रिकार्ड बनाया गया। इस बार के नौवें संस्करण में 26 लाख 11 हजार 101 दीयों को प्रज्वलित किया गया।
दीयों के साथ ऐसे बढ़ते गए सरयू घाट व स्वयंसेवक :
- दीपोत्सव- वर्ष- दीपक-घाट-स्वयंसेवक
- प्रथम-2017-187213-09-4000
- द्वितीय-2018-301152-14-5000
- तृतीय-2019-404026-17-7000
- चतुर्थ-2020-606569-24-10000
- पंचम-2021-941551-32-12000
- षष्टम-2022-1576955-34-22000
- सप्तम-2023-2223000-51-25000
- अष्टम-2024-2512585-55-30000
- नवम-2025-2611101-56-33000
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