Avadh University: अविवि में चलेंगी इन विषयों में PG की कक्षाएं, बढ़ेगी छात्रावासों की संख्या; मिलेंगी ये सुविधाएं
अयोध्या के अवध विश्वविद्यालय में नए विषयों में स्नातकोत्तर कक्षाएं शुरू होंगी। छात्रों के लिए छात्रावासों की संख्या बढ़ाई जाएगी ताकि अधिक छात्रों को आवास मिल सके। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों को बेहतर शिक्षा और जीवनशैली प्रदान करने के लिए कई अन्य सुविधाएं भी देगा। इसका उद्देश्य छात्रों को वर्तमान समय की मांग के अनुसार शिक्षा प्रदान करना है।

अविवि में चलेंगी नये विषयों में परास्नातक की कक्षाएं।
प्रवीण तिवारी, अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय का कायाकल्प शुरू हो गया है। इसी क्रम में एक और नई योजना शीघ्र ही मूर्त रूप ले सकती है। विवि परिसर में छात्रावासों की संख्या बढ़ाने पर विमर्श हो रहा है। कम से कम दो और छात्रावास निर्मित करने का लक्ष्य है। इसके लिए भूमि भी खरीदी जा सकती है। विवि प्रशासन शीघ्र ही इस दिशा में कार्य शुरू करने वाला है। कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने इसकी पुष्टि की।
उन्होंने बताया कि इस विश्वविद्यालय को दुनिया के शैक्षिक मानचित्र पर प्रतिष्ठित करना लक्ष्य है। इसके लिए पठन पाठन, शैक्षिक गतिविधियों व शोध के अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। इसी क्रम में विद्यार्थियों की आवासीय समस्या को दृष्टिगत रखते हुए नये छात्रावास निर्मित कराने का लक्ष्य है। इसके लिए भूमि खरीदने का विचार चल रहा है।
पर्याप्त छात्रावास की सुविधा उपलब्ध हो जाने पर विद्यार्थी परिसर में ही रह कर आसानी से अध्ययन कर सकेंगे। कुलपति ने बताया कि कई विषयों में परास्नातक कक्षाओं का संचालन आगामी सत्र से कराने की योजना है। इसमें वनस्पति विज्ञान, प्राणि विज्ञान व कृषि शिक्षा आदि प्रमुख हैं।
इस समय विवि परिसर की समस्याओं को दूर करने का अभियान चल रहा है। कई छात्रावासाें में पेयजल, शौचालय, किचन की मरम्मत के अतिरिक्त सीवर लाइन, 24 घंटे बिजली आपूर्ति, पेयजल सुविधा की सुलभता पर कार्य चल रहा है। गत दिनों कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने विवि के न्यू कैंपस में चार सौ मीटर स्टैंडर्ड ट्रैकयुक्त स्टेडियम, इनक्यूबेशन सेंटर व एक बड़े परीक्षा भवन के निर्माण की आधारशिला रखी थी। कार्य प्रारंभ है।
कुलपति डॉ. सिंह ने बताया कि विवि कैंपस के स्वरूप को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है, इसके लिए पहले और छात्रावास निर्मित कराएंगे और कई अन्य आवश्यक विषयों में परास्नातक के पाठ्यक्रम का संचालन भी कराएंगे। इस पर जल्द ही कार्य प्रारंभ होगा।
प्रवेशित विद्यार्थियों व अंत:वासियों से संबंधित आंकड़ा
- कुल प्रवेशित विद्यार्थियों की संख्या- लगभग साढ़े छह हजार
- छात्रावासों की संख्या- चार
- छात्राओं के लिए छात्रावास- दो
- छात्रों के लिए छात्रावास- दो
- लवकुश छात्रावास (छात्रों के लिए)- 175
- सरयू छात्रावास (छात्रों के लिए)- 220
- आचार्य नरेंद्रदेव छात्रावास (छात्राओं के लिए)- 92
- अहिल्याबाई होल्कर छात्रावास (छात्राओं के लिए)- 160

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