रामनगरी में स्मार्ट सिटी योजना के चलते नहीं मिल रही आंगनबाड़ी केंद्र के लिए जमीन, इन पदों पर होनी है भर्ती
अयोध्या में स्मार्ट सिटी योजना के चलते आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए जमीन मिलना मुश्किल हो गया है। इससे केंद्रों की स्थापना में देरी हो रही है और भर्ती प्रक्रिया भी प्रभावित हो रही है। जमीन की तलाश जारी है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।

रामनगरी में आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण के लिए जमीन का संकट।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। राज्य स्मार्ट सिटी योजना में अयोध्या नगर निगम में 70 आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण के लिए भूमि नहीं मिल रही। अभी तक सिर्फ 38 केंद्र के लिए भूमि की तलाश ही मिल पायी जिससे उस पर निर्माण शुरू है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की पहल पर अयोध्या में 70 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण होना है। केंद्र के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के लिए पद सृजन हो चुका है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी अजय कुमार त्रिपाठी के अनुसार केंद्रों के निर्माण के बाद इनके चयन की प्रक्रिया शुरू होगी। 15 केंद्रों के लिए भूमि और मिल गई है। नगर निगम ने उसका प्रस्ताव तहसील सदर को भेजा है। चयनित भूमि पर राजस्व कर्मियों के सीमांकन के बाद निर्माण शुरू होगा। प्रयास जल्द से जल्द केंद्रों को शुरू कराना है।
वैसे जिले में कुल 194 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व 932 सहायिकाओं के पद रिक्त हैं। रिक्त पदों में रामनगरी के 70 आंगनबाड़ी केंद्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका भी शामिल हैं। अभी जल्द हुई बैठक में मुख्य विकास अधिकारी कृष्ण कुमार सिंह पात्रता के आधार पर तत्काल प्रक्रिया चयन शुरू करने को जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित कर चुके हैं।
रामनगरी में निर्माण से केंद्रों की संख्या बढ़कर 24 सौ तक पहुंच जाएगी। केंद्रों के माध्यम से अति कुपोषित बच्चों पर नजर रखी जाती है। उसी मकसद से केंद्रों को तौल मशीन उपलब्ध करायी गई है।

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