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    औरैया की श्री महामाया काली देवी मंदिर

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 09 Oct 2021 11:13 PM (IST)

    जासं औरैया जेसीज चौराहा के पास मोहल्ला बनारसीदास में स्थित श्री महामाया काली देवी मंदिर शह ...और पढ़ें

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    औरैया की श्री महामाया काली देवी मंदिर

    जासं, औरैया: जेसीज चौराहा के पास मोहल्ला बनारसीदास में स्थित श्री महामाया काली देवी मंदिर शहर के मध्य है। जनपद के प्रसिद्ध शक्तिपीठ में यह भी शुमार है। यहां पर पूरे वर्ष भक्त दर्शन व पूजा अर्चना को आते हैं। मंदिर पर बच्चों के मुंडन आदि कई संस्कार भी होते हैं। नवरात्र में झंडा व जवारे चढ़ाने वालों की भीड़ रहती है।

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    इतिहास:

    करीब 100 वर्ष पुराना मंदिर में मनमोहक मां का विग्रह विराजमान है। भक्तों के सहयोग से इस मंदिर को भव्य स्वरूप प्रदान किया गया। अब मां दुर्गा जी का विग्रह स्थापित है। अब यहां पर शनि, हनुमान जी, शिव परिवार आदि देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं।

    कैसे पहुंचे:

    मंदिर तक पहुंचने के लिए जेसीज चौराहा पर उतरकर जाना पड़ता है। चौराहा से पश्चिम दिशा में 50 मीटर की दूरी पर मंदिर स्थापित है। शहर के अंदर व जालौन, कानपुर, व कन्नौज से आने वाले भक्तों को जेसीज चौराहा ही पहुंचना होगा।

    विशेषता:

    भक्तों का मानना है कि मां के चरणों में लगाई गई अरदास पूरी होती है। कचहरी जाने वाले लोग मां की चौखट पर मत्था टेकते हैं। पूरे शहर के नए जोड़े शादी के बाद मां के दरबार जरूर आते हैं।

    पुजारी की बात:

    पुजारी पप्पु तिवारी का कहना है कि नवरात्र में नौ दिन तक भागवत कथा का आयोजन चलेगा। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसका भी पूरा ध्यान रखा गया है। पुलिस प्रशासन का गश्त भी सुबह शाम रहता है। मंदिर में नौ दिन तक बच्चों के मुंडन, कर्ण छेदन आदि संस्कार होते हैं। हवन पूजन आदि कार्यक्रम आयोजित होते हैं।

    श्रद्धालु की बात:

    मां काली मंदिर सिद्ध पीठ है। शहर के मंडी समिति के व्यापारी, अधिवक्ता व वादकारी मां के दर्शन करके ही अपने काम पर जाते हैं। मां का आशीर्वाद हमेशा भक्तों पर रहता है। चैत्र व शारदीय नवरात्र में यहां भंडारे का भी आयोजन होता है। जिसमें हजारों भक्त प्रसाद ग्रहण करते हैं। वह करीब 20 वर्ष से मंदिर पर सुबह शाम पूजा-अर्चना करने आती हैं।

    -पिकी, देवी भक्त।