UP News: अधिकारियों के आने पर ही खुलते हैं सचिवालयों के ताले, ग्रामीण परेशान
औरैया जिले में ग्राम पंचायत सचिवालयों की स्थिति खराब है। कई सचिवालयों में ताले लगे रहते हैं जिससे ग्रामीणों को काम के लिए ब्लॉक कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ते हैं। 477 ग्राम पंचायतों में से 34 में पंचायत सहायक के पद खाली हैं। अधिकारीयों ने समय पर सचिवालय खोलने के निर्देश दिए हैं और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।
जागरण संवाददाता, औरैया। सभी ग्राम पंचायतों सचिवालय बनाए गए है और पंचायत सहायकों की तैनाती की गई है। लेकिन अधिकतर पंचायत सहायक सचिवालय में बैठते ही नहीं है। कई सचिवालय तो ताले लगे है। जब अधिकारियों गांव में आते है। तभी ताले खुलते है। सचिवालय बंद होने के चलते ग्रामीणों को काम के लिए ब्लाक के चक्कर लगाने पड़ रहे है।
जिले में 477 ग्राम पंचायतों में सचिवालय बने हुए है। जिसमें 34 पद पंचायत सहायक के खाली पड़े हुए है। जबकि 443 में पंचायत सहायक तैनात है। अधिकतर ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय बने हुए है। अधिकतम ग्राम पंचायत में बने सचिवालय सफेद हाथी बने हुए है और वह समय से नहीं खुलते है। कई में तो महीनों ताले तक पड़े रहते है।
जब कोई अधिकारी गांव जाते है। तभी अधिकतर सचिवालयों के ताले खुलते हैं। ग्रामीणों को प्रमाण पत्र आदि बनवाने के लिए ब्लाक या तहसील जाना पड़ता है। अजीतमल के गांव अनंतराम में बना सचिवालय मंगलवार को बंद था।
बताया गया कि पंचायत सहायक पलक जैन की शादी चार महीने पहले हो चुकी है। तब से वह बंद है। ग्राम पंचायत उमरैन में बने ग्राम पंचायत सचिवालय में सुबह 11 बजे तक कोई नही पहुंचा था और सचिवालय में पर ताला लटका मिला। ग्राम पंचायत पखनगोई में सुबह 11:15 बजे पर ताला लटका मिला।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिवालय जब अधिकारी आते है तभी खुलता है। बाकी दिन बंद रहता है। डीपीआरओ श्रीकांत यादव ने बताया कि सभी को सचिवालय समय से खोलने के निर्देश है। कई बार पंचायत सहायकों पर कार्रवाई की गई है और आगे भी की जाएगी। 34 पद खाली पड़े है। उनको जल्द ही भरा जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।