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    Auraiya News: कोटा बैराज से पानी छोड़ा, यमुना का जलस्तर बढ़ने से अजीतमल के 14 गांव में अलर्ट

    By Shashank Singh Edited By: Anurag Shukla1
    Updated: Wed, 16 Jul 2025 06:20 PM (IST)

    यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। औरेया के गोहानी कला संपर्क मार्ग की पुलिया के नीचे तक पानी पहुंचा। मंगलवार सुबह से जल स्तर बढ़ना शुरू हो गया था। खतरे का निशान 113 मीटर पर है। धौलपुर स्थित कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के चलते यमुना का जलस्तर बढ़ा।

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    यमुना का जल स्तर बढ़ा, गोहानी कला संपर्क मार्ग की पुलिया के नीचे पहुंचा पानी।

    संवाद सहयोगी, जागरण, अजीतमल (औरेया)। राजस्थान के कोटा बैराज से छोड़े गए पानी से यमुना का जल स्तर मंगलवार से लगातार बढ़ रहा है। बुधवार को शाम चार बजे 108.83 मीटर पहुंच गया। अजीतमल के गोहानी कला मार्ग पर पुलिया के पास तक पानी आ गया है। मंगवार सुबह छह बजे से यमुना का जल स्तर बढ़ना शुरू हो गया था।

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    शाम चार बजे 105.59 मीटर पहुंच गया था। जबकि सोमवार को यमुना का जल स्तर 104.11 मीटर था। चेतावनी बिंदु 112 मीटर है और खतरे का निशान 113 मीटर है। बढ़ते जल स्तर को लेकर प्रशासन सजग है और लगातार निगरानी रखे हुए है।। बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है।

    धौलपुर स्थित कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के चलते मंगलवार सुबह से जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। यमुना के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए प्रशासन ने भी नदी के किनारे स्थित गांवों में निगरानी बढ़ा दी है। गांवों में चौपालों का आयोजन किया जा रहा है। प्रशासन की तरफ से बाढ़ चौकियों, आश्रय स्थलों, बाढ़ के दौरान फैलने वाली संक्रामक बीमारियों आदि के बारे में संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके है।

    प्रशासन की मुताबिक बाढ़ से निपटने के लिए तैयारी पूरी है। बाढ़ जैसी स्थित से निपटने के लिए कुल बाढ़ नियंत्रण केंद्र पांच और सात चौकियां बनाई गई है। एडीएम वित्त एवं राजस्व महेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि जल स्तर पर लगातार नजर बनाए हुए है। गांवों में राहत चौपालें लगाई गई है। ग्रामीणों से लगातार संपर्क में है। बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी पूरी है। अभी जल स्तर 108.07 मीटर के करीब है। उम्मीद है कि जल्द ही जल स्तर कम होगा।

    अगर बाढ़ की स्थिति बनती तो यह है तैयारी

    यमुना नदी की बाढ़ से अधिक प्रभावित होने वाले गांव

    अति प्रभावित 14 गांव- बड़ैरा, गोहानी कलां, सिकरोड़ी, बंशियापुर, बरदौली, मिश्रपुर मानिकचंद, फरिहा, , गोहानी खुर्द, कैथोली, गूॅज, असेवा, जुहीखा, बीझलपुर, ततारपुर कलां।

    यमुना से कम प्रभावित गांव

    नखतपुर,सिमार, असेवटा, भूरेपुर कलां, सिखरना, बबाइन, पहाड़पुर,

    यह है नाव की स्थित

    सिकरोड़ी में चार नाव, मुरादगंज में 10 और अयाना में एक नाव है।

    21 नाविक चिन्हित किए गए 

    • सिकरोड़ी-09
    • जुहीखा-10
    • बीझलपुर- 02
    • गोताखार-17

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