19 किमी लंबी अंडरग्राउंड नहर बनेगी, ऊपर खेती भी करेंगे किसान
संवाद सूत्रदिबियापुर पचनद में बैराज के साथ ही अब 19 किलोमीटर लंबी अंडरग्राउंड नहर बनाने

संवाद सूत्र,दिबियापुर: पचनद में बैराज के साथ ही अब 19 किलोमीटर लंबी अंडरग्राउंड नहर बनाने का डीपीआर बन गया है। करीब 27 सौ करोड़ रुपये की लागत से नहर बनेगी। अंडरग्राउंड इस नहर से इटावा,जालौन,औरैया व कानपुर देहात के किसानों को लाभ मिलेगा। इससे करीब 80 हजार हेक्टेयर भूमि को पानी मिल सकेगा। सबसे खास बात यह रहेगी कि नहर के ऊपर ही भूमि पर फसलें भी उगेंगी। पचनद बैराज के साथ ही यह परियोजना बीहड़ के हालात सुधारने में सहायक होंगे।
अजीतमल तहसील में पचनद में यमुना,चंबल,सिधु,क्वारी व पहुज नदी का संगम है। यहां पर पचनद बांध बनाने की परियोजना सालों से लंबित रही है। अब भाजपा सरकार में यहां पर पचनद बैराज बनाने की योजना शुरु हुई। इसके लिए निरीक्षण हुआ और डीपीआर भी बन गया है। पचनद बांध से बुंदेलखंड का सूखा भी दूर हो सकता था। अब पचनद बैरज बनाकर यह शुरुआत की जा रही है। परियोजना के अधिकारियों ने पचनद से ही 19 किमी लंबी अंडरग्राउंड नहर बनाने का भी फैसला लिया है। इसके लिए पूरी रूपरेखा तय कर डीपीआर भी बन गया है। करीब 27 सौ करोड़ रुपये की लागत आएगी। परियोजना के सहायक अभियंता अवनीश यादव ने बताया कि पचनद बैराज से 19 किमी लंबी नहर की चौड़ाई 20-25 मीटर होगी। नहर से इटावा, औरैया, कानपुर देहात व जालौन के हजारों हैक्टेयर की भूमि को लाभ मिलेगा। इससे तमाम किसान लाभान्वित होंगे और उनकी आय में भी वृद्धि होगी। केंद्रीय जल आयोग से इस परियोजना को मंजूरी ली जाएगी। पचनद का अत्यधिक धार्मिक महत्व भी है । पचनद बैराज और अंडरग्राउंड नहर बनने से बीहड़ के लोगों का जीवन सुधरेगा और पर्यटन को भी बढ़ावा मिल जाएगा।
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