खून से लाल हो रहीं अमरोहा की सड़कें, 34 दिन में 28 मौत और 42 घायल
अमरोहा जिले में यातायात नियमों की अनदेखी से सड़कें खून से लाल हो रही हैं। पिछले 34 दिनों में 28 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस जागरूकता अभियान चला रही ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, अमरोहा। जिले में यातायात के नियमों की अनदेखी सड़कों को खून से लाल कर रही है। तमाम प्रतिबंध के बाद भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे तथा हादसों में जान गवां रहे हैं। जबकि तमाम घायल होकर अपाहिज हो रहे हैं। बीते 34 दिन में जिले में 28 लोगों की मौत हो चुकी है। यह आंकड़ा उस समय का है जब पुलिस सड़कों पर रह कर लोगों को यातायात के नियम समझा रही थी।
सालभर पहले तक जिले में छह ब्लैक स्पाट थे। जहां पर सड़क हादसे होने आम बात थी। हालांकि ट्रैफिक पुलिस ने इन ब्लैक स्पाट को खत्म कर दिया है। परंतु उसके बाद भी हादसे थम नहीं रहे हैं। जिले में प्रतिदिन हादसे होते हैं। लोगों की मौत का औसत देखें तो लगभग प्रतिदिन एक व्यक्ति की मौत हुई है। यह हादसे तेज रफ्तार व यातायात के नियमों की अनदेखी के चलते हुए हैं। हाईवे पर सबसे अधिक हादसे हुए हैं।
हालांकि नवंबर में ट्रैफिक पुलिस ने जिले में जागरुकता अभियान भी चलाया है तथा नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई भी की है। परंतु बीते 34 दिन में जिले में 35 हादसे हुए हैं। जिनमें 28 लोगों की मौत हुई है। वहीं 42 लोग घायल हुए हैं। जबकि ट्रैफिक पुलिस ने 10 हजार 81 वाहनों का चालान कर दो करोड़ रुपये का जुर्माना भी वसूला है।
सबसे अधिक चालान बगैर हेलमेट वालों के हुए हैं। इतने चालान व जुर्माना देने के बाद भी लोग यातायात के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। बता दें कि बुधवार शाम सात बजे से 10:30 बजे तक साढ़े तीन घंटे में ही जिले में सात लोगों की हादसों में मौत हुई है। इनमें चार वेंक्टेश्वर यूनिवर्सिटी के छात्र, एक गजरौला की महिला तथा दो लखीमपुर खीरी के भाइयों की मौत शामिल है। तीनों हादसे हाईवे पर गजरौला व रजबपुर थाना क्षेत्र में हुए हैं।

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