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    PM Kisan Samman Nidhi: पीएम किसान सम्मान निधि चाहिए, तो जरूर करवा लें ये जरूरी काम

    Updated: Tue, 21 Oct 2025 04:56 PM (IST)

    पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को ई-केवाईसी करवाना, भूमि रिकॉर्ड का सत्यापन करना, आधार कार्ड को खाते से लिंक करना और बैंक खाते की जानकारी अपडेट रखना अनिवार्य है। इन कार्यों को पूरा करके किसान योजना का लाभ उठा सकते हैं।

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    जागरण संवाददाता, अमरोहा। यदि किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि चाहिए तो वह फार्मर रजिस्ट्री अवश्य करा लें। अभी तक 57 प्रतिशत किसानों ने ही अपनी फार्मर रजिस्ट्री कराई है। विभाग ने उसकी रफ्तार को बढ़ाने के लिए 24 अक्टूबर से पंचायतों में शिविर लगाने का निर्णय लिया है। चार विभागों के कर्मचारी शिविर में मौजूद रहेंगे। यदि किसी के अभिलेखों में गड़बड़ी है तो मौके पर ही उसको सही किया जाएगा।

    सरकार ने जनपद में 1,98,402 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री कराने का लक्ष्य कृषि विभाग को आवंटित किया है लेकिन, अभी तक 1,12,300 किसानों की ही फार्मर रजिस्ट्री बनी है। चूंकि आधार से खतौनी में चढ़े नाम, पते आदि पुष्ट नहीं हो पा रहे हैं। जिसकी वजह से किसानों के सामने परेशानी आ रही है और फार्मर रजिस्ट्री बनाने की गति धीमी पड़ गई है। यहां बता दें कि जिले के 2.61 लाख किसानों के बैंक खातों में सम्मान निधि पहुंच रही है जबकि, करीब सात हजार किसान ऐसे हैं जिन्होंने सम्मान निधि के लिए आवेदन किया है।

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    लेकिन, विभाग ने बगैर फार्मर रजिस्ट्री उनके आवेदनों को आगे नहीं बढ़ाया है। अब विभाग ने फार्मर रजिस्ट्री बनवाने के लिए किसानों के दर पर जाने का निर्णय लिया है। इसके लिए पंचायतों में शिविरों का आयोजन किया जाएगा। रोस्टर बनाकर 24 तारीख से शिविर आयोजित होंगे। जिसमें लेखपाल, कृषि विभाग के कर्मचारी, पंचायत सहायक, जनसेवा केंद्र संचालक व गन्ना विभाग के कर्मी शामिल रहेंगे। यदि किसी किसान की खतौनी में कोई दिक्कत है तो वह मौके पर ही सही की जाएगी।

    किसानों की डिजिटल डायरी है फार्मर रजिस्ट्री


    सरकार ने एग्रीस्टैक योजना के तहत किसानों को डिजिटल पहचान देने के लिए कदम उठाया है। इसमें किसान, उसकी जमीन का विवरण, प्रत्येक कृषि भूखंड व उस पर बोई गई फसलों का विवरण डिजिटल रूप में संकलित किया जा रहा है। आधार की तरह उनको 11 अंकों की एक यूनिक आइडी आवंटित की जाएगी। इससे किसान डिजिटल रूप में अपनी पहचान प्रमाणित कर सकेंगे। फार्मर रजिस्ट्री किसानों की डिजिटल डायरी होगी। अभिलेख लेकर किसानों को घूमने की जरूरत नहीं होगी। मोबाइल के जरिए ही वह पूरा ब्योरा देख सकेगा।




    किसान उठा सकेंगे विभिन्न योजनाओं का लाभ

     

    फार्मर रजिस्ट्री के जरिए भविष्य में किसान पीएम किसान सम्मान निधि, केसीसी बनवाने, जमीन क्रय-विक्रय करने, जमीन नामांतरण कराने, ऋण लेने, पीएम फसल बीमा योजना, पीएम सूर्यघर योजना, आयुष्मान योजना, डिजिटल वेरीफिकेशन व रिकार्ड अपडेशन के लिए आदि का लाभ उठा सकेंगे।




    पंचायतों में फार्मर रजिस्ट्री बनवाने के लिए 24 अक्टूबर से शिविर लगेंगे। अभी करीब 57 प्रतिशत किसानों ने फार्मर रजिस्ट्री बनवाई है। शिविर में ही उनकी खतौनियों में हुई गलतियां सही की जाएंगी। सभी किसान शिविरों में अपना आधारकार्ड और खतौनी लेकर प्रतिभाग करें। ई-केवाईसी भी किसान उसमें करा सकेंगे। डॉ. रामप्रवेश, उपनिदेशक कृषि