अमरोहा में पहले दिन 3,545 विद्यार्थियों ने छोड़ी परीक्षा
जिलेभर में 76 परीक्षा केंद्रों पर दोनों पालियों में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के पंजीकृत 50595 परीक्षार्थियों में से 47050 ने हिन्दी विषय की परीक्षा दी। 3545 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा केंद्रों पर सचल दलों ने छापामारी की। डीएम बीके त्रिपाठी ने भी परीक्षा केंद्रों व कंट्रोल रूम में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। हालांकि पहले दिन जनपद में कोई नकलची नहीं पकड़ा गया।

जेएनएन, अमरोहा : जिलेभर में 76 परीक्षा केंद्रों पर दोनों पालियों में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के पंजीकृत 50,595 परीक्षार्थियों में से 47,050 ने हिन्दी विषय की परीक्षा दी। 3545 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा केंद्रों पर सचल दलों ने छापामारी की। डीएम बीके त्रिपाठी ने भी परीक्षा केंद्रों व कंट्रोल रूम में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। हालांकि, पहले दिन जनपद में कोई नकलची नहीं पकड़ा गया।
यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह था। गुरुवार की सुबह सात बजे ही परीक्षार्थी अपने-अपने परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गए। सभी जगह शिक्षकों ने सबसे पहले उनकी तलाशी ली और फिर परीक्षा केंद्र के अंदर घुसने की इजाजत दी। सुबह आठ बजे से यूपी बोर्ड हाईस्कूल के हिन्दी का पेपर शुरू हो गया। हाईस्कूल में पंजीकृत 27,216 परीक्षार्थियों में से 25,102 ने परीक्षा दी जबकि, 2126 गैरहाजिर रहे। इसके अलावा इंटर सैन्य विज्ञान के 12 छात्र भी परीक्षा में सम्मिलित हुए। सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षा कराई गई। 11:15 बजे पहली पाली समाप्त हो गई।
दूसरी पाली दोपहर दो बजे से शुरू हुई। इसमें इंटरमीडिएट के हिन्दी विषय का पेपर था। इसमें पंजीकृत 23,367 में से 21,948 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए। 1419 ने परीक्षा से किनारा कर लिया। पहले दिन सचल दलों की छापेमारी में कोई भी नकलची हत्थे नहीं चढ़ा। जिला विद्यालय निरीक्षक रामाज्ञा कुमार ने बताया कि पहले दिन दोनों पालियों में हाईस्कूल और इंटर के 3,545 परीक्षार्थियों ने हिन्दी विषय की परीक्षा छोड़ी है। सभी जगह शांतिपूर्वक परीक्षा रही। पेपर देते वक्त बिगड़ी छात्रा की हालत
नगर के बीड़ी वर्क्स इंटर कालेज की हाईस्कूल की छात्रा जेना का राजकीय इंटर कालेज में पहली पाली में हिन्दी विषय का पेपर था। वह पूरा पेपर हल कर चुकी थी लेकिन, करीब दस बजे वह अचानक बेहोश हो गई। यह देख कक्ष निरीक्षकों के होश उड़ गए। केंद्र व्यवस्थापक ने तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी। सूचना पर तुरंत एसीएमओ डा. सुरेंद्र सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्वास्थ्य की जांच की। छात्रा के होश में आने पर ही सबने राहत की सांस ली।
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