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    Mohammed Shami: मोहम्‍मद शमी को धमकी देते हुए मांगी गई दो करोड़ की रंगदारी, केस बंद करने की तैयारी में क्‍यों है पुलिस?

    Updated: Wed, 10 Dec 2025 04:18 PM (IST)

    क्रिकेटर मोहम्मद शमी को धमकी और दो करोड़ की रंगदारी मामले में पुलिस केस बंद करने की तैयारी में है। जांच में पता चला कि धमकी भरा मेल यूरोपियन देश से भे ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, अमरोहा। क्रिकेटर मोहम्मद शमी को मेल कर दो करोड़ की रंगदारी मांगने तथा जान से मारने की धमकी देने के मामले में पुलिस केस को बंद करने की तैयारी कर रही है। क्योंकि प्राथमिक जांच में मिली जानकारी के मुताबिक धमकी भरा मेल किसी यूरोपियन देश से भेजा गया था।

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    अब नई यूरोपियन नीति के तहत गूगल ने मेल भेजने वाले के संबंध में जानकारी देने से इन्कार कर दिया है। जिसके चलते पुलिस की जांच ठिठक गई है। धमकी भरे मेल में दिया गया नंबर भी बंद चल रहा है तथा वह फर्जी आइडी पर लिया गया था।

    यह मामला 5 मई 2025 का है। क्रिकेटर मोहम्मद शमी आइपीएल के मैच खेल रहे थे। उनके भाई हसीब अहमद ने 5 मई को शमी का जी-मेल एकाउंट खोल कर देखा था। उसमें राजपूत सिंदर नाम के व्यक्ति की मेल आई थी। जिसमें उसने क्रिकेटर मोहम्मद शमी से दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी दी थी। आरोपित ने तीन घंटे के भीतर दो मेल की थी। साथ ही रंगदारी देने के लिए संपर्क करने हेतु 9845006465 मोबाइल नंबर भी दिया था।

    क्रिकेटर को धमकी मिलने के मामले में पुलिस तुरंत हरकत में आई थी। उसी दिन इस मामले में शमी के भाई हसीब अहमद ने अज्ञात के विरुद्ध साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि जिस ई-मेल से धमकी मिली थी वह मेल राजस्थान की एक महिला के मोबाइल नंबर के माध्यम से तैयार किया गया था। वह महिला पुलिस के हाथ नहीं लगी है। मोबाइल नंबर भी बंद हो चुका था। वहीं फिरौती के लिए जो मोबाइल नंबर मेल में दिया था वह भी काफी पहले बंद हो चुका था।

    जांच में पता चला था कि वह नंबर फर्जी आइडी पर लिया गया था। उसके बाद पुलिस ने ई-मेल का पता लगाने के लिए गूगल इंडिया की मदद ली थी। रिपोर्ट में जानकारी मिली थी कि यह मेल यूरोपीय देश से भेजा गया था। इसके बाद गूगल इंडिया ने कोई भी जानकारी देने से इन्कार कर दिया था।

    लिहाजा पुलिस ने गूगल के लंदन स्थित मुख्यालय मेल भेज कर जानकारी मांगी थी। परंतु वहां से भी नई यूरोपियन नीति के तहत कोई भी जानकारी उपलब्ध कराने से इन्कार कर दिया है। सात महीना बीतने के बाद कोई ठोस क्लू न मिलने पर अब पुलिस इस मामले में केस को बंद करने की तैयारी कर रही है।




    मोहम्मद शमी प्रकरण में प्रत्येक बिंदु पर जांच की जा चुकी है। गूगल की अंतर राष्ट्रीय नीति के तहत सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं हो सकी है। क्योंकि धमकी भरा मेल किसी यूरोपियन देश से भेजा गया है। ऐसे में पुलिस केस को बंद करने पर विचार कर रही है।- अमित कुमार आनंद, एसपी।