Dehradun Cloudburst: हरियाणा पहुंचा देहरादून नदी में बहे पुष्पेंद्र का शव, अमरोहा में 3 मौतों से छाया है शाेक
हसनपुर में पीतम का शव पहुंचने पर शोक की लहर छा गई। गंगा तट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। तीसरे मजदूर पुष्पेंद्र के शव का इंतजार है जिसके शनिवार शाम तक पहुंचने की संभावना है। तीनों मजदूर देहरादून में नदी से बजरपुट निकालते समय बादल फटने से बाढ़ में बह गए थे। 3 की मृत्यु से गांव में शोक का माहौल है।

जागरण संवाददाता, अमरोहा/हसनपुर। शुक्रवार देर रात मजदूर पीतम का शव रहरा पहुंचने पर लोगों की आंखें नम हो गई। देर रात में गंगा तट पर गमगीन माहौल में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। तीसरी मजदूर पुष्पेंद्र का शव हरियाणा से गांव आने का लोग इंतजार कर रहे हैं। स्वजन के मुताबिक शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद देर शाम तक पुष्पेंद्र का शव घर रहरा पहुंचने की संभावना है।
देहरादून में बह गए थे अमरोहा के तीन मजदूर
उल्लेखनीय है कि रहरा के तीन मजदूर पंकज 27 वर्ष, पुष्पेंद्र 21 वर्ष तथा पीतम सिंह 18 वर्ष देहरादून में नदी से बजरपुट निकालते समय मंगलवार सुबह बादल फटने की वजह से नदी में आए भयंकर बाढ़ की चपेट में आकर नदी में बह गए थे। पंकज का शव मंगलवार को घटनास्थल के नजदीक ही बरामद हो गया था। गुरुवार को देहरादून में ही परिवार के लोगों ने पहुंचकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया था।
पीतम का शव सहारनपुर जिले में मिला था
जबकि पीतम का शव गुरुवार शाम सहारनपुर जिले में तथा पुष्पेंद्र का शव शुक्रवार सुबह हरियाणा के जिला यमुनानगर में करनाल के नजदीक नदी से बरामद हुआ था। तीन मजदूरों के नदी में बहकर मृत्यु होने से रहरा में कई दिन से शोक का माहौल है।
मजदूरों के स्वजन की रोते हुए आंखें और गला सूख गया है। पुष्पेंद्र के बड़े भाई देवेंद्र भाई के गम में रोते-रोते बीमार पड़ गए हैं। पुष्पेंद्र के बड़े भाई हरीराज सिंह ने बताया कि शनिवार को शाम तक पुष्पेंद्र का शव घर लेकर पहुंच जाएंगे।
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