खादर में गऊ चारागाह की 30 बीघा जमीन खाली कराकर इतिश्री
जेएनएन, अमरोहा: खादर में दैनिक जागरण द्वारा उठाए गए गऊ चारागाह की भूमि पर अवैध कब्जे के मुद्दे का प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू करवा दी है। लेकिन, पूरी जमीन को खाली नहीं कराया गया। सिर्फ 30 बीघा भूमि पर ट्रैक्टर चलवाकर खानापूर्ति कर दी। जबकि अवैध कब्जा पूरी 110 एकड़ भूमि पर है। खास बात है कि अपर आयुक्त के आदेश पर भी तहसील प्रशासन कोई खास रूचि नहीं ले रहा है। खादर में गंगा पार स्थित गांव जलालपुर उर्फ रायअंदाजपुर में गऊ चारागाह की 110 एकड़ जमीन पर हापुड़ जनपद के कुछ भू-माफिया ने तहसील के प्रशासनिक अधिकारियों व नेताओं से सांठगांठ कर कब्जा करते हुए गन्ने की फसल उगा दी। अब जो फसल लगी हुई है, उसकी कीमत लगभग 90 लाख रुपये है। इस क्रम में गांव तिगरी में रहने वाले नेत्रहीन सूरदास बाबा ने इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री समेत कई अधिकारियों से की। लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद दैनिक जागरण ने मामला को प्रमुखता से प्रकाशित किया तो प्रशासन के होश उड़ गए। क्योंकि तत्कालीन तहसीलदार अर्चना शर्मा की जांच में वहां पर पूरी तरह से अवैध कब्जा पाया गया था। उनकी जांच रिपोर्ट के बाद भी कार्रवाई नहीं करने के बाद मंडलायुक्त ने मामले की जांच करने के लिए अपर आयुक्त बीएन यादव की अध्यक्षता में तीन सदस्य कमेटी गठित कर दी। इसकी भनक लगने पर तहसील के अधिकारियों ने गऊ चारागाह की लगभग 30 बीघा जमीन पर 10 दिन पूर्व ट्रैक्टर चलवाकर इतिश्री कर दी। इसके बाद पहुंचे अपर आयुक्त को इधर-उधर की बात बताकर पल्ला छाड़ दिया। खास बात है कि अपर आयुक्त के निरीक्षण के बाद प्रशासन ने अभी तक मौके पर पहुंचकर कोई जांच नहीं की है। जबकि 15 दिन में सर्वे कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए थे। तहसीलदार भगत सिंह ने बताया कि बारिश की वजह से पैमाइश नहीं हो पा रही है। लेकिन, अपर आयुक्त के निरीक्षण से पूर्व कुछ जमीन खाली कराई गई है।
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