पढ़ाई के साथ संस्कारवान होना भी जरूरी
बेहतर जीवन यापन करने के लिए शिक्षा के साथ संस्कारवान होना भी जरूरी है। छात्र छात्राओं को हमेशा सत्य बोलना चाहिए तथा अच्छाई की समझ होनी चाहिए। सच्चाई की हमेशा जीत होती है।
हसनपुर : बेहतर जीवन यापन करने के लिए शिक्षा के साथ संस्कारवान होना भी जरूरी है। छात्र-छात्राओं को हमेशा सत्य बोलना चाहिए तथा अच्छाई की समझ होनी चाहिए। सच्चाई की हमेशा जीत होती है।
सोमवार को प्रार्थना सभा के दौरान शिक्षा भारती इंटर कालेज रहरा में आयोजित दैनिक जागरण की संस्कारशाला में कालेज के प्रधानाचार्य सतेंद्र कुमार त्यागी ने उक्त बातें विद्यार्थियों से कहीं। उन्होंने दैनिक जागरण में प्रकाशित संस्कारशाला की खबर बच्चों को पढ़कर सुनाते हुए कहा कि लोकप्रिय समाचार पत्र दैनिक जागरण हमें दिन निकलते ही देश दुनिया एवं क्षेत्र की बेहतर खबरें उपलब्ध कराने के साथ ही संस्कारशाला के माध्यम से बेहतर संस्कार भी सिखा रहा है। कालेजों में संस्कारशाला लगाने तथा संस्कारशाला की परीक्षा संपन्न कराने से छात्र छात्राएं संस्कारों के प्रति जागरूक हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि संस्कार सिखाने को स्कूलों में अलग से कक्षा नहीं लगतीं, बल्कि संस्कार हमें अच्छे लोगों व बुजुर्गों से सीखने को मिलते हैं। पढ़ाई एवं अपने रोजमर्या के कामों को पूरा करने के बाद हमें कुछ समय बुद्धिजीवी लोगों एवं वरिष्ठ नागरिकों के साथ बिताना चाहिए। हमें अच्छा खाने, अच्छा पहनने तथा सही रास्ते पर चलने की समझ का होना जरूरी है। नासमझी के चलते हमारा युवा वर्ग कम उम्र में ही रास्ते से भटक रहा है। युवा शरीर को नुकसान पहुंचाने वाली वस्तुओं का सेवन करने लगते हैं। ऐसा करने से खुद के नुकसान के साथ ही समाज के भी बुरे बन जाते हैं। अच्छे बच्चे वह होते हैं जो अपने माता पिता, गुरुजनों एवं बुजुर्ग लोगों का आदर करते हैं। वरिष्ठ नागरिकों के पास जीवन के अनुभव होते हैं। उनके बताए मार्ग पर चलकर हमें सही दिशा मिलती है। स्वयं संस्कारवान बनने के साथ ही अपने बहन भाइयों एवं मुहल्ला पड़ोस के हम उम्र बच्चों को भी अच्छे संस्कार सिखाने चाहिए। कालेज के निदेशक सक्षम त्यागी ने कहा कि जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए शिक्षा के साथ बेहतर संस्कारों का होना भी जरूरी है। दैनिक जागरण की संस्कारशाला से छात्र छात्राओं में संस्कारों के प्रति उत्सुकता बढ़ रही है। संस्कारशाला में शामिल होकर बच्चों में संस्कारों के प्रति रूचि बढ़ रही है।