गुफरान की गिरफ्तारी से हैरत में ग्रामीण
जागरण संवाददाता अमरोहा मौलाना गुफरान की गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर पिता जुबैर अहमद शनिवार रात को ही दिल्ली रवाना हो गए थे। घर पर केवल महिलाएं मौजूद हैं। उन्होंने किसी से बात नहीं की। गांव के लोग भी हैरत में हैं। वर्तमान में गुफरान गांव में ही पिता के साथ आटा चक्की चला रहा था।
अमरोहा : मौलाना गुफरान की गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर पिता जुबैर अहमद शनिवार रात को ही दिल्ली रवाना हो गए थे। घर पर केवल महिलाएं मौजूद हैं। उन्होंने किसी से बात नहीं की। गांव के लोग भी हैरत में हैं। वर्तमान में गुफरान गांव में ही पिता के साथ आटा चक्की चला रहा था।
थाना क्षेत्र के गांव बांसखेड़ी में जुबैर अहमद का परिवार रहता है। जुबैर अहमद गांव में ही आटा चक्की चलाते हैं। उनके तीन बेटों में बड़ा बेटा जीशान मुंबई में पढ़ाई कर रहा है तथा सबसे छोटा बेटा बिलाल भी वहीं पर रहकर नौकरी करता है। मझला बेटा गुफरान अमरोहा के एक मदरसे में पढ़ता था परंतु अब उसने पढ़ाई छोड़ दी है तथा पिता के साथ गांव में ही चक्की चलाता है।
एक जनवरी को अमरोहा पहुंची एनआइए की टीम ने गुफरान को भी नोटिस जारी कर दिल्ली हेड क्वार्टर बुलाया था। सूत्र बताते हैं कि मुफ्ती सुहैल के मोबाइल की कॉल डिटेल में गुफरान का नंबर था। दोनों मोबाइल पर बात करते थे। बताया जा रहा है कि मदरसा में पढ़ाई के दौरान गुफरान मुफ्ती सुहैल के संपर्क में आया था। एनआइए ने चार, पांच व छह जनवरी को गुफरान से पूछताछ की थी। इस मामले में गुफरान का नाम सामने आने पर परिजनों में खलबली मची हुई थी। आठ जनवरी की रात को गुफरान को छोड़ दिया गया था।
इसके बाद 14 जनवरी को हिरासत में लेकर 19 जनवरी तक पूछताछ की गई तथा फिर 20 जनवरी को घर भेज दिया। उसके बाद से गुफरान घर पर ही था परंतु शनिवार को एनआइए ने मौलाना गुफरान पर शिकंजा कसते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। बेटे की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही जुबैर शनिवार रात ही दिल्ली रवाना हो गए थे। रविवार को घर में मौजूद महिलाओं ने मीडिया से बात करने से इंकार कर दिया। जबकि गांव के लोग उसकी गिरफ्तारी से हैरत में हैं।
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