Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Flood Alert In Ganga: गजरौला में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब, बाढ़ का खतरा!

    Updated: Tue, 01 Jul 2025 02:29 PM (IST)

    गजरौला में गंगा नदी खतरे के निशान की ओर तेजी से बढ़ रही है। बिजनौर बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण तिगरी में जलस्तर में वृद्धि हो रही है। गंगा का जलस्तर 200.20 मीटर तक पहुंच गया है। दारानगर के सामने का पैंटून पुल हटने से ग्रामीणों को नाव से यात्रा करनी होगी। प्रशासन स्थिति पर नजर रख रहा है।

    Hero Image
    तिगरी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

    जागरण संवाददाता, गजरौला (अमरोहा)। बिजनौर बैराज से पानी छोड़ने का क्रम जारी है। सोमवार को 47 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया, इससे तिगरी में गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। सोमवार को गंगा का गेज 199.90 मीटर पर था, जो मंगलवार की सुबह 40 सेंटीमीटर बढ़कर 200.20 मीटर पर पहुंच गया। उधर, गांव दारानगर के सामने का पैंटून पुल आज से हटना शुरू होगा। जिसके चलते ग्रामीणों को नाव व ट्यूब से ही आवागमन करना पड़ेगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बाढ़ को लेकर अलर्ट पर रहे सभी विभाग: एसडीएम

    मंडी धनौरा। एसडीएम विभा श्रीवास्तव ने कहा कि बाढ़ व कांवड़ यात्रा से पहले सभी व्यवस्थाएं पूर्ण की जाए। बाढ़ की आशंका के मद्देनजर अलर्ट रहने के लिए कहा। साथ ही पशुपालन विभाग को कांवड़ यात्रा से पहले छुट्टा घूम रहे पशुओं को पकड़ कर गोशाला भेजने के निर्देश दिए। सोमवार को तहसील मुख्यालय पर आयोजित बैठक में उनका कहना था कि कांवड़ यात्रा के दौरान छुट्टा पशु सड़कों पर दिखाई नहीं देना चाहिए। बाढ की आशंका वाले गांवों में पशुओं में समय से टीकाकरण को लेकर पशुपालन विभाग को निर्देशित किया। बिजली विभाग के उपखंड अधिकारी राजन कुमार को जर्जर तार बदलने व पथ प्रकाश व्यवस्था दुरूस्त रखने के निर्देश दिए।

    तत्काल जर्जर तार बदले जाएं

    एसडीएम ने कहा कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर बिजली के जर्जर तारों को तत्काल प्रभाव से बदला जाए। विकास विभाग के अधिकारियों को बाढ़ चौकियों पर नजर रखने व आवश्यकता पड़ने पर ग्रामीणों की सहायता का रोड मैप तैयार करने के लिए कहा। एसडीएम ने चेतावनी दी कि किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में डा. नेपाल सिंह, एडीओ पंचायत रामचंद्र, पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दीपाक्षी, पूर्ति निरीक्षक आरके सिंह आदि मौजूद रहे।